जुबिली स्पेशल डेस्क
हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद पूरे मिडिल इस्ट में तनाव पैदा हो गया है। इजरायल ने शनिवार को हसन नसरल्लाह को मारने की बात कही थी।
इसके बाद हिज्बुल्लाह की तरफ से बयान जारी करके बताया गया था कि अब उनके बीच हसन नसरल्लाह नहीं रहे। वहीं हसन नसरल्लाह की मौत इरान के लिए भी बहुत बड़ा सदमा है।
पिछले कुछ समय पहले इजरायल ने ईरान में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की हत्या की थी। अभी तक इरान ने उसका भी बदला नहीं लिया था और अब हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत भी उसके लिए एक बड़ा सदमा है।
ऐसे में बड़ सवाल है कि इरान के पास अब क्या है अगला विकल्प। नसरल्लाह की मौत के बाद इरान में तनाव देखा जा सकता है।
आनन-फानन में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपने घर पर देश की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई। इस बैठक का एजेंडा है कि कैसे इजरायल को रोका जाये और उससे कैसे बदला लिया जा सके।दूसरी तरफ इजरायल के इस बड़े हमले के बाद हिज्बुल्लाह टूट जायेगा और वो इजरायल की हर शर्त को मान लेंगा लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं लग रहा है क्योंकि हिज्बुल्लाह ने पहले ही कह दिया है कि वो बदला जरूर लेंगा।हिजबुल्लाह ने पहले ही लड़ाई जारी रखने की कसम खा चुका है। उनके चीफ ने अपने अंतिम भाषण में यहीं सब कहा था। हिजबुल्लाह के पास अभी भी हजारों लड़ाके हैं, जिनमें से कई के पास सीरिया में युद्ध लडऩे का अनुभव है और वे बदला लेने की मांग कर रहे हैं।
इतना ही नहीं हिज्बुल्लाह के पास अभी भी मिसाइलों का एक बड़ा भंडार है, जिनमें से कई लंबी दूरी के, सटीक मारक क्षमता वाले हथियार हैं जिनकी पहुंच तेल अवीव और अन्य शहरों तक है।
हिज्बुल्लाह पर दवाब भी है कि वह इन हथियारों का जल्द इस्तेमाल नहीं हुआ तो इजरायल इसे भी नष्टï करने में पूरा जोर लगा सकता है।