उत्तर प्रदेश जनसंख्या के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य है। उत्तर प्रदेश राजनीति का केन्द्र भी है। लोकसभा चुनाव में यूपी की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। दिल्ली की सत्ता किसके हाथ में आयेगी यह यूपी तय करती है। इसीलिए पूरे देश की निगाह यहां की राजनीति पर टिकी रहती है। ऐसे में आने वाले 17वें लोकसभा चुनाव के लिहाज से राज्य की अहमियत आसानी से समझी जा सकती है।
लखनऊ राज्य की राजधानी के साथ ही सबसे बड़ा शहर भी है। अलीगढ़, अयोध्या, कानपुर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा, मुरादाबाद, आज़मगढ़, नोएडा प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण शहर हैं। विश्व में केवल तीन देश चीन, अमेरिका और इंडोनिशिया की जनसंख्या उत्तर प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है, जबकि ब्राजील की जनसंख्या लगभग उसके बराबर है।
उत्तर प्रदेश 2,40,928 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। राज्य का हाईकोर्ट प्रयागराज इलाहाबाद में है। राज्य में 80 लोकसभा क्षेत्र हैं, जो देश में सबसे अधिक है। वर्तमान में यहां बीजेपी की सरकार है। योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री हैं।
राज्य के महत्वपूर्ण राजनीतिक दल
हालांकि, मुलायम सिंह और उनके पुत्र अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और चौधरी अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोकदल भी राज्य के महत्वपूर्ण राजनीतिक दल हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को 73 सीट, सपा को 5 और कांग्रेस 2 सीट मिली थी। मोदी लहर के बावजूद सपा-बसपा 41.80 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब रही थी, जबकि बीजेपी को 42.30 फीसदी वोट मिले थे।
उत्तर प्रदेश में 12 फीसदी यादव, 22 फीसदी दलित और 18 फीसदी मुस्लिम हैं, जो कुल मिलाकर आबादी का 52 फीसदी हिस्सा है। इन तीनों समुदाय के वोटबैंक पर सपा-बसपा की मजबूत पकड़ मानी जाती है।