Wednesday - 10 January 2024 - 7:46 AM

चीन के साथ युद्ध में भारत के पक्ष से लड़ेगा अमेरिका

जुबिली न्यूज़ डेस्क

भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। हालांकि इस बीच बताया ये जा रहा है कि चीन की सेना गलवान घाटी से पीछे जा चुकी है। ऐसे में अमेरिका ने एक बड़ा ऐलान किया है। अमेरिका ने कहा है कि अगर चीन और भारत के बीच युद्ध होता है तो अमेरिकी सेना भारत का साथ देगी।

यह बात व्हाइट हाउस के चीफ आफ स्टाफ मार्क मीडोज ने दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए दो एयरक्राफ्ट कैरियर की तैनाती के बाद कही। उन्होंने कहा कहा अमेरिकी सेना अपने रिश्तों को निभाने के लिए मजबूती से डटी हुई है। यह चाहे भारत-चीन का मामला हो या दुनिया में कहीं और किसी संघर्ष का मामला हो।

उन्होंने कहा कि हमारा संदेश साफ है। हम चीन को एशिया में दादागिरी करने नहीं दे सकते। व्हाइट हाउस के इस ऐलान के कुछ ही देर बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि चीन के कारण अमेरिका और बाकी दुनिया को भारी क्षति पहुंची है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टॉफ मार्क मीडोज ने कहा कि ‘संदेश स्पष्ट है। हम खड़े होकर चीन को या किसी और को सबसे शक्तिशाली या प्रभावी बल होने के संदर्भ में कमान नहीं थामने दे सकते, फिर चाहे वह उस क्षेत्र में हो या यहां।’

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मीडोज ने बताया कि अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में अपने दो विमान वाहक पोत भेजे हैं। ‘हमारा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि दुनिया यह जाने कि हमारे पास अब भी दुनिया का उत्कृष्ट सेना है।’ चीन, दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में क्षेत्रीय विवादों में लिप्त है।

चीन लगभग समूचे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है। वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के भी क्षेत्र को लेकर उसके दावे हैं। इसके अलावा मीडोज ने भारत द्वारा चीनी ऐप्स पर लगाए गये प्रतिबन्ध के कदम को बढ़िया बताया।

इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ‘चीन के कारण अमेरिका और दुनिया के कई देशों को भारी क्षति पहुंची।’ कोरोना वायरस महामारी के कारण अमेरिका, पूरे यूरोप और भारत सहित दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था को लगभग थाम सा दिया। उन्होंने सवाल किया कि चीन ने कोविड-19 के बारे में शुरुआती दौर में ही जानकारी क्यों नहीं दी और पूरी दुनिया में वायरस का प्रसार होने दिया?

इसलिए भेजा गया एयर क्राफ्ट कैरियर

अमेरिका अधिकारी ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में अमेरिका ने दो अमेरिकी एयर क्राफ्ट कैरियर को ताइवान के खिलाफ किसी जुर्रत पर चीन को फौरन जवाब देने के लिए भेजा है। यही एक कारण है। साथ ही देखिए कि चीन ने भारत के साथ क्या किया। भारत की सेना पर हमला किया जिसमें उसके 20 जवानों को बलिदान देना पड़ा। चीन की सीमा से सटा कोई भी देश चीन की हरकतों से आज सुरक्षित नहीं है। जो देश अमेरिका के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं उनके साथ हम भी बेहतर संबंध रखना चाहेंगे।

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