जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवबंद में एक लडक़ी शादी हो रही थी। शादी की तैयारी पूरी कर ली गई थी। इतना ही नहीं दुल्हन हाथों में मेहंदी और श्रृंगार भी हो गया था और दुल्हन भी बेहद खुश थी और बारात आने का इंतजार कर रही थी।
दूसरी ओर दुल्हन के पिता भी अपनी बेटी की शादी में कोई कमी न रह जाये इसके लिए वो खुद बारात के स्वागत के लिए पूरी तैयारियां कर रहे थे लेकिन ईश्वर को तो कुछ और ही मंजूर था।
घर में खुशियों का माहौल था रिश्तेदारों का आना शुरू हो गया था लेकिन ऐन वक्त पर ऐसा कुछ हुआ दुल्हन का पूरा परिवार सदमें में आ गया है। दरअसल बारात आने से ऐन वक्त पर दूल्हे के पिता ने बारात लाने से इनकार कर दिया।
इसका नतीजा ये रहा कि पूरा परिवार सदमें आ गया और पूरे परिवार में मातम और सन्नाटा पसर गया और दुल्हन के सारे सपने एक झटके में टूट गए। पूरा मामला देवबंद सर्किल के थाना नागल के गांव ताशीपुर का बताया जा रहा है।
स्थानीय मीडिया की माने तो दुल्हन के पिता शमशाद ने बेटी की सगाई एक साल पहले गांव पांडुली निवासी हाफिज इनाम के बेटे सादिक से की थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार लडक़े वालों ने दहेज का सामान अपने साथ ले गए थे।
इसमें एक बाइक भी शामिल थी लेकिन 21 मई को जब बारात लेकर आना था तभी लडक़े पिता ने अचानक से लडक़ी के घर वालों को फोन किया और कहा कि उनका बेटा घर से भाग गया है।
दहेज में 10 लाख रुपये और स्विफ्ट कार दो तभी शादी होगी। यह सब सुनकर दुल्हन के पिता के पैरो तले जमीन खिसक गई। दुल्हन के फूफा जमीर की माने तो दहेज का सारा सामान ले गए थे और बारात आने के वक्त और 10 लाख रुपये एवं कार की डिमांड कर डाली।
मामला पुलिस तक जा पहुंचा है और सीओ देवबंद दुर्गा प्रसाद तिवारी की माने तो मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में जो भी दोषी होगा उसपर सख्त एक्शन लिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता का कहना है कि उसकी बेटी की शादी थी और तय तारीख पर बारात नहीं आई, जिसके चलते उसकी बेटी की शादी नहीं हो सकी। मामले की जांच शुरू कर दी है।