- यूपी पुलिस परीक्षा का जायजा लेने ग्राउंड जीरो पर उतरे डीजीपी, सभी जगह हुई शांतिपूर्ण परीक्षा
- प्रदेश के 67 जिलों के 1174 केंद्राें पर दो पालियों में सकुशल संपन्न हुई यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा
- प्रदेश के परीक्षा केंद्रों में 4 लाख 50 हजार अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
- डीजीपी बोले, जो लोग भी भ्रामक खबरें फैला रहे उनके खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा की शुरुआत हो गई। पहले दिन प्रदेश के 67 जिलों के 1174 परीक्षा केंद्र पर परीक्षा सकुशल संपन्न कराई गई। दो पालियों में आयोजित परीक्षा में करीब 4 लाख 50 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए।
3,11,565 अभ्यर्थियों ने सख्ती के चलते परीक्षा छोड़ दी
भर्ती बोर्ड की तरफ से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पहले दिन करीब 9,60,000 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना था।
कुल 8,19,600 अभ्यर्थियों ने पहले दिन की परीक्षा का एडमिट कार्ड डाउनलोड किया था, लेकिन 6,48,435 अभ्यार्थियों ने ही परीक्षा दी। इस हिसाब से कुल 32.45 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इस दौरान 3,11,565 अभ्यर्थियों ने सख्ती के चलते परीक्षा छोड़ दी।
सभी अभ्यर्थी कड़ी सुरक्षा और कई चरणों की चेकिंग के बाद परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा के दौरान एसटीएफ, यूपी पुलिस और पीएसी के जवान चप्पे-चप्पे पर नजर आए। इसके अलावा सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से भी पल-पल की नजर रखी गयी।
वहीं डीजीपी ने भी ग्राउंड जीरो पर उतरकर स्थितियों का जायजा लिया। सभी सेंटर के अंदर और बाहर चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के चलते प्रदेश में कहीं भी किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटित हुई। सीएम योगी की मंशा के अनुरुप परीक्षा को पूरी शुचिता और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने में प्रशासन सफल रहा।
डीजीपी खुद उतरे ग्राउंड जीरो पर
राजधानी लखनऊ में 81 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में 56,674 परीक्षार्थी शामिल हुए। सभी केंद्रों पर नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के उद्देश्य से सेक्टर मजिस्ट्रेट व जोनल मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई। साथ ही समस्त केंद्रों पर मोबाईल जैमर की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया गया।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोमतीनगर और राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ स्थित परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने परीक्षा को पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। वहीं लखनऊ में पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर डीएम सूर्यपाल गंगवार ने विभिन्न केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने व्यवस्था की पड़ताल की। लखनऊ यूनिवर्सिटी के बाद जिलाधिकारी ने बाबूगंज स्थित रामाधीन सिंह इंटर काॅलेज की व्यवस्था जानी। डीएम ने निरीक्षण के दौरान सभी केंद्र व्यवस्थापकों को नकल विहीन, पूरी पारदर्शिता के साथ शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न कराने के निर्देश दिए
। इसके बाद जिलाधिकारी ने नेशनल पीजी काॅलेज पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। राजकीय पॉलीटेक्निक और राजकीय महिला पालीटेक्निक में सीसीटीवी कैमरों के जरिए परीक्षा की मॉनिटरिंग को भी उन्होंने देखा। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से एक हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई।
लखनऊ में 8 एसीपी और 62 इंस्पेक्टर को शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा व्यवस्था में लगाया गया। इनके अलावा 184 सब इंस्पेक्टर, 173 हेड कॉन्स्टेबल, 519 कॉन्स्टेबल, 81 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 162 सशस्त्र बलों को भी तैनात किया गया है। सुबह से ही परीक्षा केंद्रों के बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती रही।
क्या कहते है अभ्यर्थी
पेपर काफी अच्छा हुआ है। हालांकि रिजनिंग ने थोड़ा परेशान किया, लेकिन ओवर ऑल पेपर ठीक था। वहीं प्रशासन की ओर से चौक चौबंद व्यवस्था की गयी थी। सेंटर के बाहर और अंदर बड़ी तादाद में पुलिस तैनात थी। वह हमारी मदद भी कर रहे थे। इसके अलावा सेंटर पर सामान रखने के लिए लॉकर की भी व्यवस्था की गई।
रिजवान अली, रायबरेली
नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए केंद्र पर काफी सख्ती थी, लेकिन कोई परेशानी नहीं हुई क्योंकि व्यवस्था काफी अच्छी थी। परीक्षा की शुचिता और सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया था।
दीपक गुप्ता, वाराणसी
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद दिखाई दी। परीक्षा केंद्र के अंदर चेकिंग और वेरिफिकेशन के बाद ही प्रवेश मिला, लेकिन कोई समस्या नहीं हुई। पेपर आसान आया था। इस बार की परीक्षा बेस्ट थी। कोई दिक्कत नहीं हुई। पिछली बार की परीक्षा में सिर्फ उत्तर प्रदेश से संबंधित सवाल थे।
राकेश, फिरोजाबाद