न्यूज डेस्क
रूस की राजधानी मॉस्को में रविवार को एयरपोर्ट पर इमर्जेंसी लैंडिंग के दौरान सुखोई सुपरजैट 100 यात्री विमान में आग लग गई, जिसमें दो बच्चों समेत 41 लोगों की दर्दनाक की मौत हो गई।
हादसे के बाद कई यात्री विमान की इमर्जेंसी स्लाइड्स के माध्यम से बाहर निकले, जो हार्ड लैंडिंग के बाद फुलाया गया था।
Ад в Шереметьево: Sukhoi Superjet 100, вылетевший из Москвы в Мурманск, вернулся из-за пожара на борту. Горит как факел, а в это время из передних дверей полным ходом идет эвакуация pic.twitter.com/oRWI6npPCu
— Дмитрий Смирнов (@dimsmirnov175) May 5, 2019
जानकारी के अनुसार, जिस वक्त विमान उड़ान भरने की तैयारी कर रहा था तभी विमान में अचानक आग लग गई। विमान के चालक दल ने एटीसी को तुरंत इसकी सूचना दी और विमान की इमर्जेंसी लैंडिंग कराई गई।
लैंडिग के दौरान विमान पुरी तरह से आग की चपेट में आ गया। हादसे का शिकार हुए सुखोई यात्री विमान ने मॉस्को एयरपोर्ट से उत्तरी रूस के मरमांस्क शहर के लिए उड़ान भरी थी। इसमें 73 यात्री और 5 क्रू मेंबर सवार थे।
दुर्घटना की जांच कर रही टीम की प्रवक्ता स्वेतलाना पेट्रेन्को ने कहा कि विमान में मौजूद 78 लोगों में से सिर्फ 37 लोग जीवित हैं। सोखोई सुपरजेट -100 रूस के सोवियत इरा के बाद विकसित किया गया पहला नागरिक विमान था।
प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव ने हादसे की जांच के लिए एक विशेष कमेटी बनाने का आदेश दिया था। अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि उड़ान के दौरान विमान के मोटरों में आग गई होगी।
हादसे के चलते कई विमानों को दूसरे हवाईअड्डो के लिए डायवर्ट किया गया।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति ने पीड़ितों के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।