जुबिली स्पेशल डेस्क
हरियाणा में विधान सभा चुनाव में बेहद कम दिन रह गए है। कांग्रेस हरियाणा का रण जीतने के लिए लगातार मेहनत कर रही है और राहुल गांधी काफी एक्टिव हो गए है।
इस बीच कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इस दौरान के कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद रहे हैं और हरियाणा की रणनीति पर लंबी चर्चा की है। वहीं कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव लडऩे पर विचार कर रही है।
दरअसल इस बैठक में सवाल उठा कि क्या अकेले चुनाव लडऩे से नुकसान नहीं होगा। क्या गठबंधन की कोई संभावना बन सकती है।
राहुल के इस सवाल का जवाब पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिया। उन्होंने कहा, आम आदमी पार्टी ज्यादा सीटें मांग रही हैं, इसलिए उनसे गठबंधन कर पाना मुश्किल है लेकिन राहुल गाँधी के इस ऑफर पर संजय सिंह ने कहा कि मैं राहुल गांधी के बयान का स्वागत करता हूं. बीजेपी को हराना हमारी प्राथमिकता है। लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सहमति से फैसला होगा। कांग्रेस ने अभी तक हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 34 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया।हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया ने बताया था कि बुधवार तक अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि विनेश फोगट को लेकर चल रही अटकलों पर भी मंगलवार तक विराम लग जाएगा।
अब देखना होगा कि राहुल गांधी के इस नये ऑफर पर आम आदमी पार्टी क्या फैसला लेती है। संजय सिंह के इस ताजा बयान पर अटकलों का बाजारा गर्म है और माना जा रहा है कि बीजेपी को पराजित करने के लिए दोनों दल साथ आ सकते हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में हरियाणा, गुजरात, गोवा, दिल्ली और चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ा है लेकिन विधान सभा चुनाव में दोनों एक साथ चुनाव लडऩे से इनकार जरूर कर रहे हैं लेकिन गठबंधन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी तरफ हरियाणा कांग्रेस प्रदेश में अकेले चुनाव लडऩे पर ज्यादा फोकस कर रही है क्योंकि उसको लगता है कि इस वक्त कांग्रेस का माहौल बना हुआ है।
बता दें कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव पहले से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर भी खूब देखने को मिला है। राहुल गांधी इस वक्त विपक्ष के नेता है और वो लगातार मोदी सरकार से संसद में सवाल करते हुए नजर आते हैं।