डॉ. श्रीश पाठक पिछले कुछ दिनों से सुबह-सुबह अखबार बेहद बेचैनी से खोले गए और पढ़े गए। बीते पिछले तीन हफ्ते देश-दुनिया और मीडिया के लिए बेहद घटनापूर्ण रहे हैं। इंटरनेट, सोशल मीडिया व ग्लोबल मीडिया की बढ़ती पहुँच ने इस बीच सूचनाओं का जो अंबार लगाया, उससे कई बार …
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