न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में पार्टी की ज़ोरदार जीत के बाद से मध्य प्रदेश को लगातार तवज्जो दी जा रही है। मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश के सांसदों को महत्वपूर्ण पोर्ट फोलियो दिए गए। उसके बाद टीकमगढ़ के सांसद वीरेंद्र खटीक को प्रोटेम स्पीकर और थावरचंद गहलोत को राज्यसभा में अरुण जेटली की जगह राज्यसभा में सदन का नेता बनाया गया है।
इसके बाद अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी की सदस्यता अभियान का प्रमुख बनाया है। अब उनकी देखरेख में पूरे देश में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा।
दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के दौरान शिवराज को नई जिम्मेदारी दी गई। माना जा रहा है कि ये जिम्मेदारी मिलने से शिवराज सिंह चौहान फिर मेन स्ट्रीम में आ गए हैं। उनका पार्टी में क़द बढ़ गया है।
गौरतलब है कि 2018 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद से शिवराज सिंह के राजनीतिक भविष्य को लेकर लगातार अटकलें लग रही थीं। उन्हें पार्टी उपाध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन लगातार कहा जा रहा था कि वो हाशिए पर हैं।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की ज़बरदस्त जीत के बाद मध्य प्रदेश के ही कैलाश विजयवर्गीय लगातार लाइम लाइट में हैं, लेकिन अब शिवराज को सदस्यता अभियान की ज़िम्मेदारी सौंपकर पार्टी ने ज़ाहिर कर दिया है कि पूर्व मुख्यमंत्री का महत्व बरकरार है।