जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया।
दूसरी तरफ कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की विपक्षी पार्टियों के गठबंधन महाविकास अघाड़ी ने सबको चौंकाते हुए अच्छी सफलता हासिल की है।
इस सफलता के बाद महाविकास अघाड़ी काफी जोश में और एक बार फिर विधान सभा चुनाव एक साथ लडऩे के लिए तैयार है। ऐसे में कहा जा रहा है कि जो लोगों ने पहले पार्टी छोड़ी थी, अब वो दोबारा पार्टी का हिस्सा बनना चाहते हैं लेकिन शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) दोनों वापस नहीं लेने के मुउ़ में है।
दरअसल एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने शनिवार को प्रेंस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि पार्टी छोडऩे वालों को वापस लेने का सवाल ही नही है। ऐसे में दोनों दलों ने कड़ा रूख अपना लिया है।
गौरतलब हो कि बीजेपी और उसके सहयोगियों को 17 सीटें मिलीं। अगर साल 2019 में बीजेपी ने जोरदार प्रदर्शन किया था लेकिन इस बार उसकी सीटें आधी ही रह गई।
दूसरी तरफ कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की विपक्षी महा विकास अघाड़ी ने 48 में से 30 सीटें जीतकर साबित किया है कि जनता अब उनके साथ है। महा विकास अघाड़ी नेताओं के एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया और कहा कि जहां भी नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया, वहां विपक्षी पार्टी ने जीत हासिल की।
शरद पवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे लोग बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंग। इसका अब सवाल ही नहीं उठता है।
इस सम्मेलन में शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण भी शामिल हुए। कई ऐसे नेता है जो एकबार फिर पार्टी में लौटना। चाहते है लेकिन उद्धव और शरद पावर की तरफ से उनके लिए अब रास्ते बंद होते नजर आ रहे है।।