जुबिली न्यूज डेस्क
रेलवे ने विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता और कार्यकारी निदेशक (आईपी) ने बीबीसी से इस ख़बर की पुष्टि की है. दोनों ही रेल विभाग में कार्यरत थे. विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ली थी. जिसके बाद दोनों ही खिलाड़ियों ने रेलवे की अपनी नौकरी से इस्तीफ़ा दे दिया था.
विनेश फोगाट को कांग्रेस ने हरियाणा के जुलाना से विधानसभा का टिकट दिया है. वहीं बजरंग पुनिया को पार्टी ने ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का चेयरमैन पद सौंपा है.
दोनों ही खिलाड़ियों के कांग्रेस में शामिल होने पर राजनीतिक बयानबाज़ी भी हो रही है. बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश फोगाट पर बेईमानी से ओलंपिक में जाने का आरोप लगाया था.
बृजभूषण के इस आरोप के जवाब में विनेश ने कहा था कि मेरे लिए उनका कोई अस्तित्व नहीं हैं. विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत कई सारे पहलवान राजधानी दिल्ली में बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ धरने पर बैठे थे.
पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों में विनेश फोगाट एक चेहरा बनकर सामने आई थीं. बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे. हालांकि, बृजभूषण इन आरोपों से इनकार करते हैं.
साल 2023 में पूरे साल बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन चलता रहा. इस दौरान ऐसे दृश्य भी देखने को मिले जो खेल के इतिहास में पहले कभी नहीं देखे गए थे. पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने अपने सरकारी सम्मान ‘खेल रत्न’ और ‘अर्जुन पुरस्कार’ दिल्ली में फुटपाथ पर छोड़ दिए थे. दोनों पहलवानों ने पुलिस से इसे प्रधानमंत्री को सौंपने का अनुरोध किया था.