स्पेशल डेस्क
लखनऊ। देश भर में एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में ये प्रदर्शन आगजनी और हिंसा में बदल चुका है। जहां एक ओर स्थानीय लोग सड़क पर उतरकर एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस ने भी इस मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के रवैया को लेकर कांग्रेस पार्टी में काफी गुस्सा है। इसी को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में मुलाकात की है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, सांसद पीएल पुनिया, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, आचार्य प्रमोद कृष्णम मिलने पहुंचे।
इसके बाद कांग्रेस ने इस पूरे मामले पर प्रेस वार्ता कर सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को गीता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि हमारा देश भगवान कृष्ण व भगवान राम का देश है, जो करूणा के प्रतीक थे। हमारे धर्म में हिंसा की कोई जगह नहीं है। योगी के भगवा वस्त्र को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि भगवा उनका नहीं, देश की परंपरा है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल से मुलाकात की और प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता की न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। pic.twitter.com/WUBOxcsCYA
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 30, 2019
प्रियंका गांधी ने लखनऊ में सोमवार को प्रेस वार्ता करके कहा कि सूबे में योगी सरकार, प्रशासन और पुलिस ने अराजकता फैलाई। उन्होंने सिलसिलेवार से पूरी घटना का ब्यौरा देते हुए बताया कि लखनऊ में पूर्व पुलिस अफसर दारापुरी को उनके घर से अरेस्ट किया तथा तमाम कांग्रेसी कार्यकताओं को झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया।
उन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा कोई बड़ा सवाल नहीं है बल्कि देश व समाज की सुरक्षा बड़ा सवाल है। उन्होंने यूपी पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूपी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को प्रताडि़त किया है।