स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश रणजी टीम के पूर्व कप्तान सुरेश रैना ने हाल में कहा था कि भारतीय चयन समिति सीनियर खिलाडिय़ों को लेकर गैर-जिम्मेदार रही है। रैना ने अपनी वापसी को लेकर बड़ा बयान देते हुए मीडिया में कहा था कि आखिर क्यों नहीं उनकी टीम में दोबारा वापसी नहीं हुई।
रैना ने अपना दर्द सोशल मीडिया पर जाहिर करते हुए कहा था कि भारतीय चयन समिति ने उनके साथ नाइंसाफी की है और उन्हें फिट होने के बावजूद टीम इंडिया में शामिल नहीं किया।
रैना के इन आरोपों पर भारतीय चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि रैना की फॉर्म वापसी के लायक नहीं थी। उन्होंने कहा कि साल 2018-19 के घरेलू सीजन में उनका फॉर्म बेहद खराब था और वापसी के लायक नहीं था।
प्रसाद ने कहा कि वीवीएस लक्ष्मण को 1999 में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया था जिसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 1400 रन बनाये, सीनियर खिलाडिय़ों से यही उम्मीद की जाती है।
रैना ने 2018-19 के घरेलू सत्र में पांच रणजी मैचों में 243 रन बनाये. वहीं आईपीएल 2019 में 17 मैचों में 383 रन ही बना सके। इस वजह से उनको दोबारा मौका नहीं दिया गया। प्रसाद ने आगे कहा कि उस दौर में दूसरे युवाओं ने शानदार प्रदर्शन करके अपना दावा पुख्ता किया।
रैना काफी समय से टीम से बाहर है। हालांकि इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट भी कम खेला है। ऐसे में कहा जा रहा था कि आईपीएल के सहारे रैना टीम में वापसी का दावा ठोंकेगे लेकिन कोरोना वायरस की वजह से आईपीएल का होना अभी तय नहीं लग रहा है। इस वजह से उनकी वापसी की उम्मीदें भी दम तोड़ती नजर आ रही है।
रैना ने आखिरी बार साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। हालांकि इसके बाद से उनको मौका नहीं दिया गया है। उन्होंने अब तक 226 वन डे में 5615 रन बनाये हैं जबकि 78 टी-20 में 1605 रन बनाये हैं।