Friday - 12 January 2024 - 10:51 AM

‘माननीयों’ को गलत कहा तो होगी जेल, हो सकती है कड़ी सजा

जुबिली न्‍यज डेस्‍क

सोशल मीडिया यानि फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसी साइट्स पर यूजर्स अक्‍सर किसी के भी खिलाफ अपशब्‍दों का प्रयोग कर देते हैं। लेकिन अब इस पर लगाम लगाने के लिए बिहार सरकार ने अहम कदम उठाया है।

नीतीश सरकार के मंत्रियों, सांसदों, विधायक या सरकारी अफसर के खिलाफ अगर कोई भी आपत्तिजनक टिप्पणी करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा झूठ और भ्रम फैलाने वाले लोग, ग्रुप और संस्थाएं भी इसके दायरे में आएंगे।

आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने इस बारे में सभी विभागों के प्रधान सचिव और सचिव को चिट्ठी लिखी है। इस पत्र में बताया गया है कि सरकार के किसी मंत्री, सांसद, विधायक या सरकारी अफसर की छवि धूमिल करने वाले पोस्ट को लिखने वालों पर आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

पत्र में बताया गया है कि अगर आपके विभाग में इस तरह का मामला सामने आता है तो आर्थिक अपराध इकाई को इसकी विस्तृत सूचना दी जाए ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जा सके। आर्थिक अपराध इकाई साइबर अपराध की नोडल एजेंसी है। सोशल मीडिया पर अश्लीलता, साइबर बुलिंग, साइबर उत्पीड़न जैसे मामले आर्थिक अपराध इकाई के तहत आते हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर भ्रामक और नकारात्मक खबरों पर आपत्ति जताते हुए पुलिस अफसरों को इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस मुख्यालय में समीक्षा बैठक के बाद पुलिस विभाग को सोशल मीडिया के माध्यम से ही सही जानकारी देने को कहा था।

यह भी पढ़ें : सरकार के प्रस्ताव पर किसानों का ये रहा जवाब

यह भी पढ़ें :  किसने कहा चिकेन- अंडे खायें मगर संभलकर, क्या है गाइडलाइंस

सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) भी संचार विंग बनाने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस बड़े आपराधिक मामलों को लेकर अपडेट देती रहेगी, ताकि लोगों तक सही सूचना पहुंच सके और लोगों के बीच भ्रम की स्थिति कम फैले।

आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर खान का कहना है कि सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल साइबर अपराध के दायरे में आता है। अगर सरकार के किसी मंत्री, सांसद, विधायक या सरकारी अफसर के खिलाफ आपत्तिजनक या भ्रामक टिप्पणी की गई तो शख्स के खिलाफ साइबर अपराध के तहत जांच होगी और उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें : आज फिर आमने-सामने होंगे किसान संगठन और सरकार

यह भी पढ़ें : पीएम मोदी के कामकाज से कितने लोग हैं संतुष्ट?

ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान ने कहा कि इंटरनेट मीडिया का गलत इस्तेमाल करना साइबर अपराध के दायरे में आता है। अगर मंत्रीगण, सांसद, विधायक या सरकारी पदाधिकारियों के संबंध में अभद्र, आपत्तिजनक एवं भ्रामक टिप्पणी करने की शिकायत मिलती है तो साइबर अपराध के तहत जांच और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दूसरी ओर बिहार पुलिस की सोशल मीडिया पर मंत्रियों, विधायकों पर सोशल मीडिया में कुछ गलत लिखने पर कार्रवाई की चिट्ठी ने सियासी रंग ले लिया है। RJD ने इस मुद्दे पर सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ही हमला बोल दिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अलावा RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी मुख्यमंत्री नीतीश को निशाने पर लेकर तीखा वार किया है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया है। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया का ही सहारा लिया है। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश को घोटालेबाज और भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह कहते हुए गिरफ्तार करने की चुनौती दी है।

https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1352484063165243395?s=20

तेजस्वी ने ट्वीट किया है कि ’60 घोटालों के सृजनकर्ता नीतीश कुमार, भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह, दुर्दांत अपराधियों के संरक्षकर्ता, अनैतिक और अवैध सरकार के कमजोर मुखिया है। बिहार पुलिस शराब बेचती है। अपराधियों को बचाती है निर्दोषों को फंसाती है। CM को चुनौती देता हूँ- अब करो इस आदेश के तहत मुझे गिरफ्तार’

तेजस्वी इतने पर ही नहीं रुके। EOU के आईजी की चिट्ठी के साथ उन्होंने शुक्रवार को फौरन ही दूसरा ट्वीट भी दाग दिया। दूसरे ट्वीट में नीतीश को तेजस्वी ने हिटलर तक बता दिया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ‘हिटलर के पदचिन्हों पर चल रहे मुख्यमंत्री की कारस्तानियां, प्रदर्शनकारी चिह्नित धरना स्थल पर भी धरना-प्रदर्शन नहीं कर सकते, सरकार के खिलाफ लिखने पर जेल। आम आदमी अपनी समस्याओं को लेकर विपक्ष के नेता से नहीं मिल सकते। नीतीश जी, मानते हैं आप पूर्णत थक गए हैं लेकिन कुछ तो शर्म कीजिए।’

आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘हे बिहार सरकार! कहां ले जा रहे हैं बिहार को।आलोचना से इतना डर! जनादेश को शासनादेश से बदलने का नतीजा कुछ यूं होता है क्या? बकौल फैज: निसार मैं तेरी गलियों के ए वतन कि जहां चली है रस्म की कोई ना सर उठा के चले…’

विपक्ष के हमलों के बाद NDA की सहयोगी HAM ने तेजस्वी पर पलटवार भी कर दिया है। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने ट्वीट किया है कि ‘सोशल मीडिया के जरिए कई दंगाई तत्व/संगठन समाज में आपसी भाईचारा खत्म करने पर तुले हैं, जिसका परिणाम सबको भुगतना पड़ रहा है। ऐसे तत्वों पर सरकार कारवाई कर रही है तो विपक्ष को इतना खौफ क्यों सता रहा है? ऐसा तो नहीं कि वही लोग सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करके दंगा फैला रहे हैं?’

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com