जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। प्रदेश के सभी 67 जिलों में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा शुक्रवार को सकुशल संपन्न हुई।
यह योगी सरकार के फूलप्रूफ प्लान से संभव हो पाया। योगी सरकार के पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित कराने के संकल्प का ही नतीजा है कि सॉल्वर गैंग और परीक्षा माफियाओं ने इससे अपनी दूरी बना ली है।
परीक्षा के चौथे दिन प्रदेश भर में 1174 केंद्रों पर 6,91,936 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं चेकिंग के दौरान 94 संदिग्धों को चिन्हित किया गया। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने को मुस्तैद पुलिस ने परीक्षा में सेंधमारी की कोशिश में 11 एफआईआर दर्ज की गयी, जबकि 13 आरोपियों को अरेस्ट किया गया।
चेकिंग के दौरान 94 संदिग्ध चिन्हित
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने बताया कि परीक्षा के दूसरे दिन दो पालियों में 6,91,936 परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया। इसमें पहली पाली में 3,44,590 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 4,01,870 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था।
इस पाली में 61 संदिग्ध अभ्यर्थी भी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया। वहीं इन पर भर्ती बोर्ड की नजर बनी रहेगी।
इसी तरह दूसरी पाली में 3,47,346 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 4,01,972 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इसी पाली में 33 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया जबकि पेपर के बाद भी इन पर बोर्ड की नजर बनी रहेगी।
पुलिस ने 11 एफआईआर दर्ज की, 13 को भेजा जेल
नकल विहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी सेंटर पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद रही। परीक्षार्थियों को तीन चरणों की चेकिंग के बाद अंदर प्रवेश दिया जा रहा था। परीक्षा के चौथे दिन शुक्रवार को पुलिस ने 11 एफआईआर दर्ज की जबकि 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें तीन एफआईआर सहारनपुर में दर्ज की गयी जबकि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।