जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में अब कमी आती नजर आ रही है। दरअसल, कल अचानक सीज़फायर के बाद दोनों देशों के बीच गोलीबारी रुक गई और तनाव कम करने की दिशा में प्रयास किए गए। हालांकि, बीते चार दिनों में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटनों पर लाने का कार्य किया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर रविवार शाम भारतीय सेना ने पत्रकारों से बातचीत की और बताया कि चार दिनों तक क्या हुआ, तथा 10 मई को किस प्रकार जोरदार कार्रवाई की गई। इस विस्तृत प्रेस वार्ता में थल सेना के लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और वायुसेना के एयर मार्शल ए.के. भारती विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस दौरान सेना की ओर से बताया गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान चुन-चुनकर आतंकियों को निशाना बनाया गया और पाकिस्तान की ओर से होने वाले आतंकी हमलों को पूरी तरह विफल किया गया। साथ ही, यह भी बताया गया कि लाहौर में मौजूद एक रडार सिस्टम को नष्ट कर दिया गया।
ये भी पढ़े: बिहार में परिषद चुनाव को लेकर गरमा रही सियासत
ये भी पढ़े:कोरोना वायरस : स्पेन के करीब पहुंचा भारत
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि यह ऑपरेशन उन लोगों के खिलाफ था जो आतंकवाद की साजिश रच रहे थे। इसके तहत 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर एक सैन्य अभियान था, जिसका उद्देश्य आतंकवादी ढांचे को पूरी तरह खत्म करना था। शुरुआत में नौ आतंकी शिविरों को टारगेट किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि हमने पूरी तरह सरप्राइज़ अटैक किया।
पहली रात जब पाकिस्तान ने लगातार ड्रोन भेजे, तो भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को सफलतापूर्वक रोक लिया और एक जवाबी कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान के लाहौर में स्थित एक रडार प्रणाली को नष्ट कर दिया गया। इस गोलीबारी में पाकिस्तान के 35–40 सैनिकों और अधिकारियों की मौत हुई।
भारतीय सैन्य अधिकारियों ने सबूतों के साथ यह जानकारी दी कि पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह किए गए हैं, जिनमें सरगोधा, रहीमयार खान, चकलाला, सक्कर, भोलारी और जकोबाबाद एयरफील्ड शामिल हैं।