जुबिली स्पेशल डेस्क
बेंगलुरु। मैराथन मंथन के बाद आखिरकार कांग्रेस ने कर्नाटक सीएम को लेकर फैसला कर लिया है. राज्य में मुख्यमंत्री का पद सिद्धारमैया के पास गया है जबकि डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम का पद दिया गया है।
स्थानीय मीडिया ने बताया है कि डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद लेने का तैयार नहीं थे लेकिन सोनिया गांधी के कहने पर उन्होंन इसको मान लिया है।
सोनिया गांधी ने बुधवार (17 मई) की शाम में डीके शिवकुमार इस पूरे मामले पर विस्तार से बात की और उनको समझाया। इसके बाद डीके शिवकुमार सोनिया गांधी की बात मान ली और उप मुख्यमंत्री बनने को तैयार है।आलाकमान ने डीके शिवकुमार के सामने 2 प्रस्ताव रखे थे। अब खबर आई है कि वो किसी पर भी सहमत नहीं हैं।
डीके शिवकुमार ही एकमात्र उप-मुख्यमंत्री होंगे। NDTV से बात करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा, “आलाकमान के फैसले को मैंने वैसे ही स्वीकार किया है, जैसे हमें अदालत में एक जज के फैसले को स्वीकार करना पड़ता है”। सभी 135 विधायकों ने कहा कि हम फैसला आलाकमान पर छोड़ देंगे. अब आलाकमान ने फैसला ले लिया है।” उन्होंने कहा, “हमने कर्नाटक के लोगों को आश्वासन दिया. व्यक्तिगत हित बाद में आता है, पार्टी हित उससे पहले है. यही मेरा कमिटमेंट है।”
उधर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि 20 मई को दोपहर 12.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. उन्होंने कहा कि इसी दिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल के अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे।
केसी वेणुगोपाल ने आगे बताया कि सिद्धारमैया कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे वहीं, डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री होंगे. पार्टी को 13 मई को बहुमत मिला, 14 को सीएलपी मीटिंग हुई, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने ऑब्जर्वर बनाए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है. हम आम सहमति में विश्वास करते हैं, डिक्टेटरशिप में नहीं. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों ही पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।