न्यूज डेस्क
बजरंगबलि और अली के बयान को लेकर चुनाव आयोग के द्वारा 48 घंटे का प्रतिबंध झेल चुके सीएम योगी को एक बार फिर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को क्लिन चिट दी है। आयोग ने कहा कि मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के सिहोरा में हुई चुनावी रैली में दिए भाषण में राहुल गांधी ने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है। आयोग ने डीईओ जबलपुर के द्वारा भेजे गए भाषण की प्रतिलिपी को देखने के बाद यह निर्णय लिया।
योगी आदित्यनाथ ने 19 अप्रैल 2019 को सम्भल में चुनावी रैली के दौरान भाषण देते हुए ‘बाबर की औलाद’ की टिप्पणी की थी। इसी बयान को लेकर चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ को भेजे नोटिस में कहा है कि किसी भी प्रत्याशी या प्रचारक को किसी के व्यक्तिगत जीवन या पहचान पर टिप्पणी करना आचार संहिता का उल्लंघन है।
आयोग को निर्वाचन अधिकारियों ने भाषण की सीडी और लिखित प्रति भेजी है। चुनाव आयोग ने कहा कि प्रथमद्रष्टया में सीएम योगी ने गलती की है। आयोग उनको अपनी सफाई देने का एक मौका देना चाहता है, योगी 24 घंटे में अपना जवाब दाखिल करें कि क्या आपने ये सब कहा था, अगर हां तो क्यों
बता दें की इससे पहले मेरठ में योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को अगर ‘अली’ पर विश्वास है तो हमें भी ‘बजरंगबली’ पर विश्वास है। उनके इस बयान को लेकर चुनाव आयोग ने आचार सहिंता का उल्लघन बताया था साथ ही उनपर 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया था।
शाह के बेटे को बताया था जादूगर
राहुल गांधी ने 23 अप्रैल को जबलपुर जिले के सिहोरा में हुई सभा के दौरान अमित शाह को हत्या का आरोपी और उनके बेटे को जादूगर बताया था। इसपर भाजपा ने आयोग से शिकायत की थी। राहुल ने भाषण में कहा था, ‘हत्या के आरोपी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह…वाह क्या शान है। क्या आपने जय शाह का नाम सुना है। वह तो जादूगर है। उसने तीन महीने में 50 हजार से 80 करोड़ रुपए बनाए।’