जुबिली पोस्ट ब्यूरो
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने लगातार तीसरे महीने मार्च में नैनो का उत्पादन नहीं किया। इससे एक समय में आम लोगों के लिए बनाई गई टाटा नैनो के भविष्य को लेकर अनिश्चितता के बादल और गहरा गए। कंपनी ने कहा कि आलोच्य महीने में एक भी नैनो नहीं बिकी।
एक समय में आम आदमी की कार बताई गई नैनो के भविष्य को लेकर अनिश्चितता के बादल और गहरा गए। टाटा मोटर्स ने लगातार तीसरे महीने मार्च में नैनो का प्रोडक्शन नहीं किया। शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में टाटा कंपनी ने कहा कि मार्च महीने में एक भी नैनो कार की बिक्री नहीं हुई।
टाटा मोटर्स अब तक इस बात पर कायम रही है कि नैनो के भविष्य को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है। हालांकि वर्तमान स्थिति में यह वाहन नये सुरक्षा और उत्सर्जन मानकों के अनुरूप नहीं है और इसका उत्पादन जारी रखने के लिए नये निवेश की जरूरत होगी।
दरसअल एक वक्त में टाटा नैनो को आम लोगों की कार और लखटकिया कार कहा गया था। रतन टाटा की ड्रीम कार में अब और ज्यादा निवेश नहीं करने की योजना है, क्योंकि यह बीएस-6 मानकों और अन्य सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करती है। वहीं कंपनी की अब इस कार को BS-VI एमिशन नॉर्म्स के अनुरूप अपग्रेड करने की कोई योजना भी नहीं है।
दरसअल एक समय टाटा नैनो को आम लोगों की लखटकिया कार कही गई थी। अब इसका प्रोडक्शन और सेल दोनों बंद होने से इसके भविष्य को लेकर सवालिया निशान लग गया है। गौरतलब है कि नैनो कार रतन टाटा के दिमाग की उपज थी।
उन्होंने दोपहिया वाहनों पर सवारी करने वाले परिवारों को नैनो के रूप में एक सुरक्षित और किफायती विकल्प देने की परिकल्पना की थी। लेकिन ये कार भारतीय दिलों में जगह नहीं बना पाई। नैनो कार को 2009 में लगभग एक लाख रुपये की कीमत पर बाजार में उतारा गया था। 23 मार्च 2009 को इसका पहला मॉडल लॉन्च हुआ था।