जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया है वैश्विक आर्थिक गतिविधियों और गति में धीमापन देखने को मिला है और भारतीय बाजारों पर भी इसका असर देखा जा रहा है।
देश में महंगाई का दबाव बढ़ता जा रहा है। कमोडिटी मार्केट में भी कमी देखने को मिल रही है। मॉनिटरी नीति पर रूल बुक के हिसाब से काम नहीं होता है। इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट को 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.90 प्रतिशत करने का फैसला किया है।
धीरे-धीरे ऑटो लोन, पर्सनल लोन महंगे होंगे। वो वाले पर्सनल लोन भी, जो आपको मोबाइल ऐप पर भी मिल जाते हैं। ऐसे आप नया सामान खरीदने से बचेंगे क्योंकि महंगा पड़ेगा, खर्चों में कटौती करेंगे वहीं, कंपनियां भी लोन लेकर नए प्रोजेक्ट लगाने से बचेंगीं।
बताया जा रहा है कि सोमवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की बैठक सोमवार को शुरू हुई थी। केंद्रीय बैंक बढ़ती मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए इस तरह का कदम उठाया गया है।