जुबिली न्यूज जेस्क
नई दिल्ली | भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर और तेज़ होने जा रही है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) और प्रमुख वैश्विक साझेदार देशों के दौरे पर भेजने का फैसला किया है।

इन डेलीगेशन का मुख्य उद्देश्य भारत की Zero Tolerance Policy on Terrorism को वैश्विक समुदाय के सामने रखना और पाकिस्तान के झूठे दावों और आतंकी नेटवर्क को बेनकाब करना है।
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत की करारी कार्रवाई
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की बर्बर हत्या के बाद भारत ने 7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। इस जवाबी कार्रवाई में पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया और 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया गया।
पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन पर झूठा आरोप लगाया कि आम नागरिक और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया, लेकिन भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन का उद्देश्य केवल आतंकवादियों को खत्म करना था – आम नागरिकों को नहीं।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल हैं?
भारत के इन प्रतिनिधिमंडलों में विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ सांसद शामिल होंगे, जो दुनिया के सामने भारत की एकजुटता का संदेश देंगे:
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शशि थरूर – कांग्रेस
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रविशंकर प्रसाद – भारतीय जनता पार्टी (BJP)
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बैजयंत पांडा – भारतीय जनता पार्टी (BJP)
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संजय कुमार झा – जनता दल (यूनाइटेड)
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कनिमोझी करुणानिधि – डीएमके
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सुप्रिया सुले – एनसीपी
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श्रीकांत एकनाथ शिंदे – शिवसेना
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पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करना
भारत का प्रतिनिधिमंडल दुनिया को बताएगा कि:
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पाकिस्तान ने कैसे आतंकी संगठनों को पनाह दी है
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भारत के पास उनके खिलाफ ठोस सबूत हैं
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पाकिस्तान का दावा कि उसने आतंकवाद खत्म कर दिया है, पूरी तरह झूठा है
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भारत आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ अपने लिए नहीं, पूरी दुनिया के लिए लड़ रहा है
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