जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने यूपी बसपा के अध्यक्ष को बदल दिया है। सूबे में खिसकते जनादार को वापस पाने के लिए मायावती ने मुनकाद अली की जगह भीम राजभर को यूपी बसपा का अध्यक्ष बनाया है। मायावती ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी।
यूपी में अति-पिछड़े वर्ग (ओबीसी) में राजभर समाज के पार्टी व मूवमेन्ट से जुड़े पुराने, कर्मठ एवं अनुशासित सिपाही श्री भीम राजभर, निवासी ज़िला मऊ (आज़मगढ़ मण्डल) को बी.एस.पी. उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इनको हार्दिक बधाई व शुभकामनायें।
— Mayawati (@Mayawati) November 15, 2020
मायावती ने कहा, “यूपी में अति-पिछड़े वर्ग (ओबीसी) में राजभर समाज के पार्टी व मूवमेन्ट से जुड़े पुराने, कर्मठ एवं अनुशासित सिपाही भीम राजभर, निवासी ज़िला मऊ (आज़मगढ़ मण्डल) को बी.एस.पी. उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इनको हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।”
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बसपा के सामने यूपी में अपना जनाधार बचाए रखने की चुनौती मुंह बाए खड़ी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य में बसपा के वोट बैंक में भाजपा ने बड़ी सेंध लगाई है। अनुसूचित जाति में हरिजन अभी भी मायावती के साथ हैं, लेकिन अन्य जातियों से बड़ा वोट बैंक भाजपा के खाते में चला गया है।
इसका असर 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों के साथ ही 2017 के विधानसभा और 2020 के उपचुनाव में देखने को मिला है। शायद यही कारण है कि मायवती ने भीम राजभर को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसे बसपा की राजभर वोट बैंक को अपने पक्ष में करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। पूर्वी यूपी में राजभर वोट बैंक निर्णायक भूमिका में है।