स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। ऐसे में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए सपा और बसपा दोनों इस समय कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इतना ही नहीं अगले विधान चुनाव को देखते हुए दोनों ही पार्टियों ने संगठन में भी काफी बदलाव किया है। दूसरी ओर शिवपाल यादव की नई पार्टी यूपी में अपना विस्तार बढ़ाने में लगी हुई है।
हालांकि शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा कितनी कामयाब होगी यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। शिवपाल और अखिलेश के रिश्ते सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। दोनों के बीच अब भी दूरियां बनी हुई है।
ऐसे चाचा और भतीजे एक दूसरे आगे निकलने की तैयारी में हैं। अखिलेश और शिवपाल दोनों ही अपने राजनीतिक वजूद को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इतना ही नहीं कई मामलों में दोनों एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिशों में लगे रहते हैं। ताजा मामला नागरिकता संशोधन कानून को लेकर है।
इस मामले में शिवपाल यादव ने अखिलेश को पीछे छोड़ते हुए सड़क पर उतर आये हैं। शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा ने लखनऊ में केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है। हालांकि अखिलेश यादव की पार्टी सपा अभी इस मामले पर प्रदर्शन नहीं किया है। दूसरी ओर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के कार्यकर्ताओं ने हजारों की संख्या में पहुंचकर प्रदर्शन किया है।
इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न हो भयानक ठंड में किया प्रदर्शन। कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में जीपीओ तक पैदल मार्च निकाल रहे हालांकि प्रसपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई तो पुलिस ने लाठी फटकार कर खदेड़ा। अब देखना होगा कि अखिलेश यादव की पार्टी की नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार के खिलाफ कब प्रदर्शन करती है।