जुबिली न्यूज डेस्क
‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और गहरा गया है। ऐसे में युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश में आज 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इस ड्रिल का मकसद नागरिकों को हवाई हमलों के दौरान बचाव के तरीके सिखाना है। प्रदेश के 17 जिलों में लगभग 15 मिनट तक यह मॉक ड्रिल चलेगी, जिसमें सिविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य सेवा और अन्य विभाग शामिल रहेंगे।
किस जिले में कितने बजे बजेगा सायरन?
ड्रिल के तहत हर जिले में अलग-अलग समय पर सायरन बजाकर मॉक ड्रिल शुरू की जाएगी। जानिए पूरी लिस्ट:
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कानपुर: सुबह 9:30 बजे और शाम 4 बजे
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गाजियाबाद: सुबह 10 बजे और रात 8 बजे
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मुरादाबाद: दोपहर 12 बजे
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नरोरा (बुलंदशहर): शाम 4 बजे
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झांसी: शाम 4 बजे
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मेरठ, सहारनपुर, सरसावा: शाम 4 बजे
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प्रयागराज: शाम 6:30 बजे
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गोरखपुर: शाम 6:30 बजे
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लखनऊ: शाम 7 बजे
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मथुरा, चंदौली, बागपत: शाम 7 बजे
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बरेली: रात 8 बजे
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आगरा: रात 8 बजे
मॉक ड्रिल के नियम और प्रक्रिया
जैसे ही सायरन बजेगा, मॉक ड्रिल शुरू हो जाएगी और पूरा ब्लैकआउट किया जाएगा। सभी लोगों को अपने घरों की लाइटें बंद करनी होंगी और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी होगी। ड्रिल के दौरान एयरफोर्स, चिकित्सा विभाग, फायर डिपार्टमेंट और अन्य एजेंसियां आपसी समन्वय का अभ्यास करेंगी।
ड्रिल में दो प्रकार के सायरन बजेंगे:
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पहला सायरन: हवाई हमले की चेतावनी देगा।
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दूसरा सायरन: ब्लैकआउट खत्म होने का संकेत देगा और ड्रिल के समापन की सूचना देगा।
घबराएं नहीं, ये सिर्फ मॉक ड्रिल है
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं क्योंकि यह सिर्फ एक अभ्यास है ताकि भविष्य में किसी आपात स्थिति से बेहतर तरीके से निपटा जा सके।
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यह मॉक ड्रिल केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर की जा रही है और इसका मकसद हवाई हमले की स्थिति में राज्य की तैयारियों को मजबूत करना है।