जुबिली स्पेशल डेस्क
9 अगस्त 2024 को कौन भूल सकता है। इसी दिन एक बेटी की इज्जत को तार-तार कर दिया गया था। इतना ही नहीं उस लडक़ी के इज्जत लूटने के बाद उसे मौत की नींद सुला दी गई।
ये मामला था कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का। जूनियर डॉक्टर के साथ पहले रेप किया जाता है और फिर उसे दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया जाता था। इस घटना के बाद पूरा देश गमगीन हो गया था और काफी गुस्से में आ गया। इतना ही नहीं न्याय की खातिर पूरे देश के डॉक्टरों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
जहां एक ओर ममता सरकार डॉक्टरों के निशाने पर है तो दूसरी तरफ राजनीतिक तौर पर भी ममता को बहुत कुछ सहना पड़ रहा है। उनकी कुर्सी भी खतरे में पड़ती हुई नजर आ रही है। बीजेपी काफी समय से ममता की इस्तीफे की मांग कर रही है।
अभी तक ममता बीजेपी का डटकर सामना कर रही थी और मोदी सरकार और पूरी बीजेपी पर अकेले लड़ रही थी लेकिन अब वो पूरी तरह से टूटती हुई नजर आ रही है और अपने इस्तीफे देने की बात तक कहने पर मजबूर हो गई है।
दरअसल सीएम ममता बनर्जी भी बातचीत के लिए नबन्ना के कॉन्फ्रेंस हॉल में 2 घंटे तक डॉक्टरों का इंतजार करती रही, लेकिन डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल मीटिंग की लाइव स्ट्रीमिंग को लेकर अड़ा रहा और मीटिंग में नहीं पहुंचा। इसके बाद ममता बनर्जी ने कहा कि न्याय की खातिर कुर्सी छोड़ने को भी तैयार हूं। दरअसल, गुरुवार को ममता सरकार ने पत्र लिखकर डॉक्टरों को बातचीत के लिए शाम 5 बजे बुलाया था।
अपने पत्र में सरकार ने मीटिंग में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति की डॉक्टरों की मांग को स्वीकार कर लिया था, लेकिन मीटिंग की लाइव स्ट्रीमिंग करने की उनकी शर्त को खारिज कर दिया और प्रदर्शन कर रहे 30 डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल की जगह सिर्फ 15 की अनुमति देने का फैसला किया।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि भारत के लोकतंत्र का सिर शर्म से झुक गया है और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सोमवार को हुई सुनवाई के बाद वह पूछना चाहेंगे कि क्या अब भी ममता बनर्जी अपने पद पर बने रहना चाहती हैं? कुल मिलाकर अब लग रहा है कि ममता शायद अपनी कुर्सी छोडक़र अपने विरोधियों को करारा जवाब देना चाहती है ताकि कोई ये न कह सके कि ममता बनर्जी कुर्सी छोडऩा नहीं चाहती है….