जुबिली स्पेशल डेस्क
आखिरकार जिस बात का अंदेशा लगाया जा रहा था, वहीं हुआ और ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया है और उसने 100 से ज्यादा मिसाइलें दागी है।
अमेरिका की चेतावनी के बावजूद ईरान का ये कदम काफी घातक माना जा रहा है। उधर इजरायल ने ईरान की इस एक्शन के बाद अपने नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दयिा है। जानकारी के मुताबिक ईरान से 400 बैलेस्टिक मिसाइलें दागी गई है।
वहीं इजराइल पर अटैक को लेकर ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इसमें इस्माइल हनियेह, हसन नसरल्लाह और अब्बास निलफोरुशन को शहीद बताया गया है। इसमें कहा गया है कि इन हत्याओं के जवाब में हमने इजराइल पर दर्जनों रॉकेटों से हमला किया है। अगर इजराइल इनका जवाब देता है तो हम और विध्वंसक हमला करेंगे।
सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें इस हमले की आई है। हालांकि इजराइल के आयरन डोम ने ईरानी मिसाइलों से मुकाबला शुरू कर दिया है।
हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद से ही लग रहा था कि ईरान कोई सख्त कदम उठा सकता है। इजराइली फोर्स को इस बात का एहसास था और इसी वजह से इजराइल ने ईरान से मिसाइल लांच होते ही अपने सुरक्षा कवच आयरन डोम को एक्टिव करने पर मजबूर होना पड़ा है।
माना जा रहा था कि इजराइल पर बड़ा हमला हो सकता है। ईरान की ओर से बैलेस्टिक मिसाइल दागे जाने से पहले ही इजराइली फोर्स ने हमले की आशंका जताई थी।
आईडीएफ की ओर से किए गए ट्वीट में भी ये कहा गया था कि हिजबुल्लाह इजराइल के निर्दोष नागरिकों को मारने की प्लानिंग कर रहा है।
इजराइली आर्मी के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि है कि हमारा आयरन डोम एक्टिव है। हम हर तरह की धमकी और हमले का मुकाबला करने में सक्षम हैं।