जुबिली स्पेशल डेस्क
ईरान और अमेरिका के बीच तल्खी एक बार फिर से खुलकर सामने आ गई है। ईरान के वरिष्ठ राजनयिक और विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने शनिवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणियों की कड़ी निंदा की।
अराघची ने कहा कि ट्रंप की भाषा “अपमानजनक और पूरी तरह अस्वीकार्य” है, खासकर जब वह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के बारे में इस तरह की बातें करते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दिए गए अपने बयान में अराघची ने ट्रंप को साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि वे वास्तव में किसी कूटनीतिक समाधान की उम्मीद रखते हैं, तो उन्हें अपने लहजे में बदलाव लाना होगा। उन्होंने लिखा, “अगर ट्रंप वास्तव में कोई समझौता चाहते हैं, तो उन्हें खामेनेई साहब के प्रति अपमानजनक भाषा से बचना चाहिए और अमेरिका के करोड़ों सच्चे समर्थकों को गुमराह करना बंद करना चाहिए।”
इजरायल-अमेरिका गठजोड़ पर ईरान का तंज
अराघची ने आगे इशारा किया कि किस तरह ईरानी मिसाइल हमलों के दौरान इजरायल को अमेरिका का सहारा लेना पड़ा। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा, “दुनिया ने देख लिया कि जब ईरान की मिसाइलें आसमान में थीं, तब इजरायली शासन के पास अमेरिका यानी ‘डैडी’ के पास भागने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।”
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इस बयान से पहले अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। हालांकि, इन हमलों का प्रभाव कितना गंभीर रहा, इसकी कोई स्वतंत्र पुष्टि अभी तक सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि इन हमलों के जरिए अमेरिका ने 13 जून से शुरू हुए ईरान-इजरायल टकराव में सीधे तौर पर हस्तक्षेप किया है।
ट्रंप की धमकी और ईरान की प्रतिक्रिया
शनिवार को ही डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर दावा किया था कि उन्होंने खामेनेई को एक “अपमानजनक मौत” से बचाया। इसके साथ ही उन्होंने ईरान पर ‘कृतघ्नता’ का आरोप लगाया।
इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने साफ किया कि यदि ईरान ने फिर से अपने परमाणु कार्यक्रम को गति दी, तो अमेरिका उस पर दोबारा बमबारी करेगा। ट्रंप ने कहा, “अगर हमें यह पता चलता है कि वे यूरेनियम संवर्धन कर रहे हैं और वह स्तर हमारी चिंता का कारण बनता है, तो हम कार्रवाई करने में बिल्कुल देर नहीं करेंगे।”
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल उन्हें परमाणु सुविधाओं की उतनी चिंता नहीं है, जितनी उन सामग्रियों की जो इन कार्यक्रमों में इस्तेमाल की जाती हैं।