Saturday - 6 January 2024 - 7:02 AM

एल्विश यादव केस में थाना प्रभारी पर गिरी गाज, जानिए सब कुछ

जुबिली न्यूज डेस्क

विडियोग्राफी के लिए सांप मंगाने और रेव पार्टी में जहर के नशे की यूट्यूबर एल्विश यादव समेत 6 के खिलाफ एफआईआर के बाद चर्चा में आए सेक्टर-49 थाने के प्रभारी हटा दिए गए हैं। थाना प्रभारी को पुलिस लाइन भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने इस कार्रवाई के पीछे कारण इस केस को न बताकर अपराध नियंत्रण में नाकामी बताई है।

दूसरी तरफ कमिश्नरेट के उच्च पुलिस अधिकारियों की रविवार को एक अहम बैठक हुई। सूत्रों की माने तो इस बैठक में पूरे की केस जांच नए सिरे से शुरू कर खुलासा करने के निर्देश दिए गए।

5 संपेरों को फिर से रिमांड पर

केस की नए सिरे से जांच में न्यायिक हिरासत में जेल जा चुके 5 संपेरों को फिर से रिमांड पर निकालने की तैयारी है। संपेरों को ही पीपल फॉर एनिमल (पीएफए) संस्था ने स्टिंग में फंसाकर सेक्टर-51 बुलाया था। इनसे यहां 9 सांप और 20 एमएल जहर बरामद हुआ था। इन संपेरों से बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग में एल्विश यादव का नाम आया है।

पीएफए का आरोप है कि एल्विश इनकी बुकिंग करवाकर रेव पार्टियों में बुलाता था। वहां पर सांप के साथ शूटिंग होती थी और जहर का नशा भी होता था। संपेरों से बुकिंग के दौरान बातचीत की कई कॉल रिकॉर्डिंग भी पीएफए ने पुलिस को सौंपी हैं। अब नए सिरे से होने वाली जांच में उन रिकॉर्डिंग में जो तथ्य आए हैं उनकी पड़ताल पुलिस करेगी। यह जांच भी होगी कि संपेरे कहां-कहां पार्टी में गए।

संपेरों का और अगर कोई रेव पार्टी होती थी तो उनके आयोजक के बीच में कनेक्शन क्या था। इन तथ्यों पर होने वाली जांच से यह भी साफ हो जाएगा कि एल्विश पर लगे आरोपों में कितनी सचाई है। पुलिस ने कॉल रिकॉर्डिंग की जांच भी लैब से कराने का निर्णय लिया है। इससे यह स्पष्ट होगा कि कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई है।

एक और ऑडियो क्लिप वायरल

केस में एक और कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई है। इसमें भी एल्विश यादव का नाम कई बार लिया गया है। संपेरों की बुकिंग ऑन कॉल करने वाले ने इस रिकॉर्डिंग में कहा है कि वह छतरपुर के फार्महाउस पर प्रोग्राम करने गया था। मैं बंदों को छोड़कर वापस आ गया था। वहां पर सभी विदेशी थे, किसी विदेशी की बर्थ डे पार्टी थी। नोएडा की रेव पार्टी के सवाल पर भी जवाब दिया है कि हां मैं लड़कों को प्रोग्राम के लिए छोड़कर आ गया था। कोई विडियो नहीं बना पाया।

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जांच में पहले दिन से हुई लापरवाही

यह हाईप्रोफाइल और चौकाने वाले केस में नोएडा पुलिस की नाकामी और किरकिरी का सिलसिला पहले दिन से जारी है। संपेरों को पकड़ने के बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की। लेकिन उस पूछताछ से आगे जांच नहीं बढ़ी। शनिवार को एल्विश को कोटा में पुलिस ने रोका। कोटा पुलिस ने संपर्क किया तो नोएडा पुलिस ने कह दिया कि वांटेड नहीं है। अभी जांच चल रही है। इस तरह पल्ला झाड़ने पर भी कई सवाल उठे हैं। इसके बाद अज्ञात आरोपियों में पुलिस किसी को तलाश नहीं पाई है। न ही कोई बरामदगी हुई है। रविवार को थाना प्रभारी को भी हटाया गया। देर शाम तक किसी नए प्रभारी की तैनाती भी नहीं की गई।

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