सुरेंद्र राजपूत
देश का #मध्यम_वर्ग इस वक़्त सबसे बड़े संकट में है। उसके पास अपनी #बचत ख़त्म हो रही है #BPL_Card है नहीं सरकार की किसी सुविधा का वो हक़दार नहीं है। उसे सम्पन्न समझ कर कोई #NGO उसकी तरफ़ मदद का हाथ नहीं बढ़ाता है।
लाज और शर्म की वजह से वो किसी के सामने हाथ नहीं फैला सकता है मदद नहीं माँग सकता है। जो कारोबारी है उसका कारोबार चौपट हो चुका है, जो नौकरी पेशा है निजी संस्थानो में उसे Salary नहीं या कम मिल रही है। बिजली का बिल, किचन का खर्च, बच्चों की पढ़ाई, दूध, फल,सब्ज़ी का खर्च सब वो ही है बस आमदनी नहीं है।
इस तरफ़ कौन देख रहा है इस वर्ग को कैसे देखा जा रहा है? गम्भीर समस्या है शायद महामारी से भी ज़्यादा। ऐसे में सरकार को इस तरफ़ ध्यान देना होगा माध्यम वर्ग की लाज और शर्म की इज़्ज़त भी रखनी होगी और उसे मदद भी करनी होगी, ये देश का सबसे बड़ा #वर्ग है और सबसे ज़्यादा इसी #मध्यम_वर्ग ने #भाजपा को चुनावी और सामाजिक समर्थन भी किया है। भाजपा सरकार को ये भी याद रखना होगा।
वरना ये वर्ग आने वाले दिनो में एक बड़ी त्रासदी की और बढ़ेगा मानसिक बीमारियाँ आयेंगी, परिवारों में तनाव होंगे झगड़े होंगे। घरेलू हिंसा बढ़ेगी, माता पिता के प्रति ज़िम्मेदारियाँ से लोग मुँह मोड़ेंगे तलाक़ जैसी समस्या बढ़ेगी। सरकार की ज़िम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी कि इस और समय रहते देखे उचित प्रबंध करे।
(लेखक कांग्रेस के प्रवक्ता हैं)