जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: ट्रेडमिल पर दौड़ते, गरबा या शादी में डांस करते, मैराथन में दौड़ते… वक्त सडन कार्डिएक अरेस्ट के केस सामने आ रहे हैं। इस पर आईसीएमआर ने एक स्टडी की है और देश के स्वास्थ्य मंत्री ने इसी स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग कोविड से गंभीर रूप से पीड़ित रह चुके हैं, उन्हें एक-दो साल तक ज्यादा दौड़ने और हैवी एक्सरसाइज से दूर रहना चाहिए।
बता दे कि मंत्री की इस सलाह को कार्डियोलॉजिस्ट भी सही ठहरा रहे हैं। डॉक्टर का कहना है कि पोस्ट कोविड लोगों में 10 से 20 फीसदी तक कार्डिएक अरेस्ट के मामले देखे जा रहे हैं, ऐसे लोगों को ज्यादा डांस, एक्सरसाइज, रनिंग या मैराथन से बचना चाहिए, इन्हें ज्यादा खतरा है।
कोविड के पेशेंट में बढ़े कार्डियक अरेस्ट के मामले
एम्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राकेश यादव ने कहा कि कोविड से संक्रमित रहे लोगों में कार्डिएक अरेस्ट के मामले बढ़े हैं। कुछ स्टडी में ऐसे लोगों की संख्या 10 से 20 पर्सेंट पाई गई है तो कुछ में इससे भी ज्यादा खतरा बताया गया है। मैक्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर विवेका कुमार ने कहा कि पहले भी संभावना जताई जा रही थी और ऐसा देखा भी जा रहा था कि जिन लोगों को सीवियर कोविड हुआ है, यानी जो लोग इलाज के दौरान ऑक्सिजन सपोर्ट पर रहे हैं। मॉडरेट टु सीवियर कैटिगरी में संक्रमित थे तो ऐसे लोगों को कार्डिएक अरेस्ट का खतरा ज्यादा है।
अचानक हैवी एक्सरसाइज न करें
डॉ. राकेश यादव ने कहा कि अगर आप पहले से एक्सरसाइज नहीं करते रहे हैं तो अचानक हैवी एक्सरसाइज नहीं करें। गरबा जैसा डांस हैवी एक्सरसाइज में आता है। तीन से चार घंटे तक डांस करते रहना आसान नहीं है। जो लोग कभी जिम नहीं गए, डांस नहीं किए हैं, रनिंग नहीं किए हैं, मैराथन में शामिल नहीं हुए हैं, वो लोग बिना डॉक्टर की सलाह के इनमें शामिल नहीं हों। उन्होंने कहा कि जिन्हें कोविड की दूसरी लहर में सीवियर इंफेक्शन हुआ था, ऐसे लोगों में खतरा ज्यादा है।
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ऑक्सिजन सपोर्ट वालों में रिस्क ज्यादा
बता दे कि जिन लोगों में कोविड के दौरान ऑक्सिजन लेवल कम था और ऑक्सिजन सपोर्ट पर थे उन्हें रिस्क ज्यादा है। आमतौर पर जब किसी को मायोकार्डिटिस होता है तो वो इलाज के कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाते हैं, उनकी मांसपेशियां रिकवर कर जाती हैं, लेकिन कोविड संक्रमित रहे लोगों में ठीक होने में एक से दो साल तक का समय लग रहा है। इसलिए ऐसे लोगों के लिए खतरा ज्यादा है। उन्हें डीजे, डिस्को आदि में जाने से बचना चाहिए। बहुत तेज आवाज उन्हें परेशान कर सकती है।