न्यूज डेस्क
ओडिशा के तट की और फानी तूफान तेजी से बढ़ रह है इसका असर भुवनेश्वर, गजपति, केंद्रपारा और जगतपुर सिंह जैसे इलाके में देखा जा सकता है जहां तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश भी हो रही है। साथ ही समुद्र की लहरें काफी ऊँची उठने लगी है। मौसम विभाग की माने तो इन हवाओं की रफतार 150 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है। वहीं, प्रशासन ने इस तगड़ी चुनौती से निपटने के लिए समुद्र के तट पर बसे लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है। साथ ही तूफान से लड़ने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिया है।
वहीं फानी को ओडिशा के तट की ओर बढ़ते हुए देखकर सीएम पटनायक ने लोगों से अपील की है कि इस दौरान लोग घरों के अंदर ही रहें। इस तूफान की शुबह करीब 9.30 बजे तक उड़ीसा के तट पर पहुँचने की आशंका है। इस बीच नौसेना ने राहत के लिए अपने पोत और कर्मियों को तैनात कर दिया है।
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं से चक्रवात प्रभावितों की मदद करने को कहा है।
भारतीय तट रक्षक बल ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए 34 राहत दलों और चार तटरक्षक पोतों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने कहा कि भारतीय नौसेना के पोत सहयाद्री, रणवीर और कदमत को राहत सामग्री तथा चिकित्सा दलों के साथ तैनात किया गया है, जिससे वे चक्रवात के तटीय इलाके से गुजरने के फौरन बाद राहत कार्य शुरू कर सकें।
तटीय ओडिशा में चक्रवात फानी की वजह से बारिश और तेज हवाएं चलने के बीच राज्य सरकार ने 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और लोगों से शुक्रवार को घरों में रहने की सलाह दी। यह तूफान पुरी के पास सुबह साढ़े नौ बजे दस्तक देग।
ओडिशा के मुख्य सचिव ए पी पधी ने कहा कि चक्रवात के धार्मिक नगरी पुरी के बेहद करीब शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे पहुंचने की आशंका है और इसके यहां टकराने की पूरी प्रक्रिया चार-पांच घंटे की होगी।