न्यूज़ डेस्क
इसराइल का पहला चंद्रयान बेरेशीट को चंद्रमा की सतह पर उतरने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया जो की दुनिया का पहला निजी चंद्र अभियान था। यान ने चार अप्रैल को चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया था।
इजराइल ने इस चंद्रयान को 21फरवरी को भेजा था। इसे इजराइल की निजी कम्पनी स्पेसिल ने और अमेरिकी कारोबारी एलन मास्क की कंपनी स्पेस एक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से 21 फरवरी को रवाना किया गया था।
वहीं, इस अभियान के तहत इजराइल को अगर कामयाबी मिलती तो वह अमेरिका चीन और सोवियत संघ के बाद चौथा देश बन जाता। हालांकि, भारत चंद्रयान-एक भेज चुका है जिसको परिक्रमा के लिए भेजा गया था लेकिन सतह पर नहीं उतारा गया।
ब्रेकिंग सिस्टम फेल हुआ
जानकारी के अनुसार, इंजन में तकनीकी खराबी के कारण यान का ब्रेकिंग सिस्टम फेल हो गया था। उस समय यान चंद्रमा की सतह से करीब 10 किलोमीटर दूर था तभी पृथ्वी से इसका संपर्क टूट गया और रोवर चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
मिशन के प्रमुख ने बताया की, ‘दुर्भाग्य से हम चंद्रमा पर उतरने वाले चौथे देश नहीं बन पाए। चंद्रमा के बेहद करीब होने के बाद हमारा यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यान करीब दस किमी दूर था। इसकी फिर से जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि आखिर गलत क्या हुआ।’
उन्होंने बताया कि बेरेशीट यान को स्पेसिलऔर इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री ने तैयार किया था। बेरेशीट को जेनेसिस कहा जाता है, जिसका अर्थ उत्पत्ति या प्रारंभ होता है।
दोबारा करें तयारी
वहीं इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा ‘इजराइल चांद पर उतरेगा। पहली बार में हम नाकाम रहे फिर से कोशिश में लगे।’ साथ ही उन्होंने अगले दो साल में चंद्रमा पर यान उतारने की संकल्प उन्होंने लिया।
बता दें कि 2011 में स्पेसिल की स्थापना हुई थी। उसके बाद अंतरिक्ष यान को चंद्रमा पर उतारने के लिए गूगल लुनार एक्स प्राइज (जीएलएक्सपी) की प्रतियोगिता में भाग लिया था। इजराइल का पहला अंतरिक्ष यान बेरेशीट था जिसे पृथ्वी की कक्षा से परे यात्रा करने के लिए कंपनी ने विकसित किया था।