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नई दिल्ली। अप्रैल 2019 में घरेलू कार निर्माता कंपनियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। कार की बिक्री में जोरदार गिरावट दर्ज की गयी है। अप्रैल माह में यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री 17.07 प्रतिशत घट गयी है। गत वर्ष की सामान अवधि में घरेलू बिक्री 2,98,504 थी।
भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माताओं के समूह ने सोमवार को अप्रैल के वाहन बिक्री के आंकड़े जारी किये। आकंड़ों के मुताबिक अप्रैल माह मे देश में वाहनों की कुल बिक्री 15.93 प्रतिशत गिरकर 20,01,096 इकाई रह गयी है, जो गत वर्ष की सामान अवधि में 23,80,294 वाहन थी।
यह दिसम्बर 2016 (18.67 प्रतिशत) के बाद से 28 महीने में कुल वाहन बिक्री की सबसे बड़ी गिरावट है। दिसम्बर 2018 से यह लगातार पांचवा महीना है जब वाहनों की कुल बिक्री घटी है। घरेलू कार बाजार में गिरावट पर सियाम के महानिदेशक ने कहा कि देशी कार बाजार में ग्राहक धारणा कमजोर है।
चुनाव के कारण संभावित खरीददारों ने कुछ हद तक बिक्री टाली भी है। इसके साथ ही अप्रैल 2020 से देश में सिर्फ बीएस-6 मानक वाले वाहनों के पंजीकरण की अनुमति होगी। इसके मद्देनजर कंपनियां भी अपना उत्पादन घटाकर इन्वेंटरी घटाने का प्रयास कर रही हैं।
वाहन बीमा की बढ़ी लगात और गैर- बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के पास नकदी की कमी जैसे कुछ कारक भी पिछले कुछ समय से वाहनों की बिक्री को प्रभावित कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि देश में यात्री वाहनों की बिक्री में यह गत साढ़े सात साल में सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले अक्टूबर 2011 में बिक्री 19.87 प्रतिशत घटी थी।