जुबिली स्पेशल डेस्क
नई सरकार के गठन में अभी कुछ ही दिन हुए तो उससे पहले सरकार के लिए बारिश ने नई परेशानी खड़ी कर दी है। दरअसल अयोध्या की नई सड़कों की खस्ता हालत, राम मंदिर में पानी टपकना से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट की छत गिरने का मामला अब सरकार के लिए मुश्किलें जरूर पैदा करता हुआ दिख रहा है।
पिछले दस सालों में मोदी सरकार के काम-काम को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। इस पूरे मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बारिश के बाद दिल्ली एयरपोर्ट की छत गिरने के मामले में बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है और सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार को घेरते हुए लिखा है कि मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा, “भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही मोदी सरकार के पिछले 10 साल में घटिया इंफ्रास्ट्रक्चर के ताश के पत्तों की तरह ढहने के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने आगे लिखा कि दिल्ली एयरपोट की छत ढहना, जबलपुर एयरपोर्ट की छत ढहना, अयोध्या की नई सड़कों की खस्ता हालत, राम मंदिर में पानी टपकना, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक रोड में दरारें, 2023 और 2024 में बिहार में 13 नए पुल गिरने वाले हैं, प्रगति मैदान टनल का बार-बार डूबना, गुजरात में मोरबी पुल ढहने की त्रासदी… ये कुछ कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो मोदी जी और भाजपा की ओर से विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलते हैं।
मामले पर मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने मीडिया को बताया, ये बहुत आश्चर्य की बात है. बड़े-बड़े इंजीनियर यहां मंदिर बना रहे हैं लेकिन ये किसी को ज्ञान नहीं रहा कि बारिश होगी तो छत लीक होगी।
पहली बारिश में ही मंदिर में पानी चूने लगा और अंदर भर गया. पानी निकलने की जगह नहीं है। इसका जल्द समाधान निकालना जरूरी है नहीं तो फिर से बारिश होने पर पूजा-अर्चना और दर्शन सब बंद हो जाएगा।
दूसरी तरफ मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने जल निकासी की कमी के दास के आरोपों को भी खारिज किया है। ट्रस्ट के एक अधिकारी ने बताया कि पानी की निकासी जानबूझकर बंद की गई ताकि पवित्र जल सीवेज के साथ ना मिल जाए। बोले कि पहली मंजिल पर राम दरबार और गुंबद का निर्माण पूरा होने के बाद ये समस्याएं हल हो जाएंगी।
कुल मिलाकर मोदी सरकार के लिए आने वाले दिन काफी चुनौती भरे हो सकते हैं क्योंकि पिछले दस सालों में भ्रष्टïाचार के नाम पर मोदी सरकार हमेशा सख्त रही है लेकिन बारिश के बाद निर्माण कार्य के खराब काम की वजह से राम मंदिर, पुल या फिर एयरपोट की छत गिरने का मामला राजनीतिक रूप मामला काफी गम्भीर बनता हुआ नजर आ रहा है और विपक्ष इस मामले पर सरकार को घेरने के मुड में है।