Sunday - 7 January 2024 - 5:25 AM

कोरोना ने दिया इलेक्ट्रॉनिक बाजार को झटका

न्यूज़ डेस्क

लखनऊ। लॉकडाउन-4 में मिली राहत के बाद उत्तर प्रदेश में तय शर्तों के साथ बाजार व दुकानें तो खुल गयी, लेकिन इन पर जो चोट लगी उसे भरने में काफी समय लगेगा।

आपको जानकर हैरानी होगी कि चाइनीज इलेक्ट्रानिक उत्पादों की क मी से दाम बढ़ गए हैं। मोबाइल और कंप्यूटर पार्ट्स के दामों में भारी उछाल आया है। कोरोना वायरस के कारण चीन से लोगों की आवाजाही के साथ वहां से आने वाले सामान में भी कमी आ गई है।

ये भी पढ़े: कसौटी पर है संघ का योगदान

ये भी पढ़े: आकाशवाणी दूरदर्शन के 63 अधिकारियों को प्रमोशन का तोहफा

इसका सीधा असर बाजारों पर नजर आने लगा है। कई कंपनियों के इलेक्ट्रानिक उत्पाद चीन से तैयार होने के कारण उनकी आपूर्ति पर असर पड़ा है।

बाजार में काफी संख्या में चाइनीज उत्पादों की बिक्री होती है। खिलौनों से लेकर इलेक्ट्रिकल्स व इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों में चीन के उत्पाद काफी बिकते हैं।

मोबाइल फोन विक्रेता अरुण शर्मा की मानें तो मोबाइल की एसेसरीज से लेकर उसके एसेम्बेल्ड पार्ट्स मिलने में दिक्कत आ रही है। पहले उसी दिन सामान मिल जाता था अब एक दो दिन का समय लग रहा है। उस दिन की डिमांड करने पर 20 से 25 फीसदी अधिक पैसा चुकाना पड़ जाता है।

ये भी पढ़े: खड़ी बसों पर चल रही सियासत उधर फिर हुई सड़क दुर्घटना

ये भी पढ़े: …तो फिर सितम्बर में होगा IPL

खिलौना व गिफ्ट दुकानों पर भी इसका आंशिक असर है। दुकानदार राजेश कश्यप बताते हैं कि इस वक्त गिफ्ट आइटम व खिलौना बाजार में सुस्ती है। दीपावली के आसपास ही इसमें गति आती है। चाइनीज झालर, टार्च व अन्य उत्पादों की बिक्री भी दीपावली के आसपास होती है।

इसलिए देहात के दुकानदार दो तीन महीने में ही सामान लेने जाते हैं। इस कारण यहां अभी उसका कोई खास फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन अगर बड़े त्योहारों तक इसी तरह की स्थिति बनी रही तो फिर चीन के आइटम में कमी के साथ ही दाम में तेजी भी आने की संभावना है।

मोबाइल एसेसरीज पर है आफत

कोरोना का पहला निशाना मोबाइल फोन और एसेसरीज बने हैं। बाजार में बिकने वाले 80 फीसदी मोबाइल फोन चीन के हैं या उनमें लगे पार्ट चीन में बने हैं। यही वजह है कि मोबाइल हैंडसेट के दाम पांच फीसदी बढ़ गए हैं। अगले हफ्ते ये कीमत दस फीसदी बढ़ने के आसार हैं।

चीनी कंपनी फॉक्सकॉन ने अपना प्लांट बंद कर दिया है। ये कंपनी एप्पल सहित तमाम दिग्गज कंपनियों के लिए पार्ट्स तैयार करती है। इसका असर पूरी इंडस्ट्री पर दिखने लगा है। कंपनियों ने डीलरों को नोटिस भेजा है कि 45 दिन का स्टॉक कर लें क्योंकि आगे हालात और खराब हो सकते हैं।

ये भी पढ़े: बेंगलुरु : आखिर क्या है रहस्यमयी आवाज का राज

ये भी पढ़े: ये कोरोना काल है या कन्फ्यूजन काल ?

दामों में आया उछाल

मोबाइल के साथ इसकी एसेसरीज बहुत महंगी हो गई। नाका में थोक विक्रेता बृजेश सिंह के अनुसार माल आना रुक गया है। दिल्ली से भी सप्लाई घटकर आधी रह गई है। इसलिए रेट अचानक बढ़ गए हैं।

कई कंपनियों ने संकेत दे दिए हैं कि दाम बढ़ाने के लिए तैयार रहें। सबसे पहले एलईडी टीवी महंगे होंगे। फिर एसी और माइक्रोवेव ओवन का नंबर आएगा। हालात एक महीने में नियंत्रित नहीं हुए तो फ्रिज सहित हर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण 10 फीसदी तक महंगे हो जाएंगे।

ये भी पढ़े: प्रियंका ने पूछा 92 हज़ार लोगों को क्यों फंसाकर रखे है सरकार

लैपटॉप और कम्प्यूटर पर भी असर

लैपटॉप के दामों में खामोशी से एक हजार रुपए की बढ़ोतरी हो गई है। पार्ट्स के दाम में 500 रुपए का उछाल पिछले कुछ दिन में आ चुका है। हार्डडिस्क, मदरबोर्ड, बैटरी, की-बोर्ड और एलईडी स्क्रीन जैसे उत्पादों की आवक लगभग ठप हो गई है।

कारोबारी विजय अग्रवाल बताते हैं कि लैपटाप के अधिकांश पार्ट चीन से आते हैं। सबसे ज्यादा असर हार्डडिस्क, मदरबोर्ड, बैटरी और एलईडी स्क्रीन पर पड़ा है। ये उत्पाद हफ्तेभर में 500 रुपए पीस महंगे हो चुके हैं। लैपटाप के दाम भी इस हफ्ते बढ़ जाएंगे।

ये भी पढ़े: Youtube vs tiktok : 5 से टिकटॉक पहुँचा 1.3 रेटिंग पर,जाने क्या है मामला

ये भी पढ़े: ईद की नमाज की मांग खारिज, कोर्ट ने कहा- सरकार से लें इजाजत

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com