जुबिली न्यूज डेस्क
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क नजर आ रही है। शुक्रवार को केंद्र के पांच अहम मंत्रालयों ने अलग-अलग समीक्षा बैठकें कीं। इन बैठकों का मकसद सीमा सुरक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्थाएं, वित्तीय प्रणाली और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करना है।
रक्षा मंत्रालय की बैठक: ऑपरेशन ‘सिंदूर’ पर मंथन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुखों और सीडीएस के साथ अहम बैठक की। बैठक में पाकिस्तान के साथ जारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की समीक्षा की गई और आगे की रणनीति तय की गई। सेना के तीनों अंगों ने बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था की रिपोर्ट सौंपी।
गृह मंत्रालय: आंतरिक सुरक्षा पर फोकस
गृह मंत्री अमित शाह ने BSF, CISF और खुफिया विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें सीमा पर पाकिस्तान की गतिविधियों, देश की आंतरिक सुरक्षा और सामरिक संस्थानों की सुरक्षा को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। आम नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बताई गई।
आपात स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने फार्मा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आपात स्थिति में अस्पतालों और दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की। नड्डा ने कहा कि देश में आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह तैयार हैं।
वित्त मंत्रालय: साइबर सुरक्षा पर नजर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज शाम बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ बैठक की। बैठक में साइबर अटैक की आशंका और उससे निपटने की तैयारियों पर चर्चा हुई। वित्त मंत्री ने कहा कि देश की वित्तीय प्रणाली पूरी तरह सुरक्षित है और हर खतरे से निपटने को तैयार है।
कृषि मंत्रालय: खाद्य सुरक्षा को लेकर बैठक
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्न भंडारण और खाद्य आपूर्ति को लेकर समीक्षा बैठक की। चौहान ने भरोसा दिलाया कि भारत के पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार हैं। उन्होंने कहा, “हमारे जवान सीमा पर डटे हैं और किसान खेतों में अडिग हैं। देश को किसी तरह की खाद्य संकट की चिंता करने की जरूरत नहीं।”
भारत का सख्त संदेश
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने बीते दिन सीमा पर ड्रोन अटैक किया था, जिसका करारा जवाब भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने दिया। भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान की मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया, जिससे पाकिस्तान में बौखलाहट का माहौल है।
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भारत-पाक तनाव के बीच केंद्र सरकार हर मोर्चे पर तैयार है। पांचों मंत्रालयों की लगातार बैठकों से साफ है कि सीमा सुरक्षा से लेकर देश की आंतरिक सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा तक हर पहलू पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।