रश्मि शर्मा टिहरी गढ़वाल। उत्तराखंड में चुनाव पहले चरण में है पर ज्यादातर शहरों में और खासकर राजधानी या आसपास तो इसका पता भी नही चल रहा है। दूर-दराज के पहाड़ी इलाकों में जरुर प्रचार दिखता है पर इक्कादुक्का गाड़ियां या पोस्टर ही नजर आते हैं। उत्तराखंड की सभी सीटों …
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इतना सुरक्षित भी नहीं यूरोप, जर्मनी में भारतीय नागरिक की चाकू मारकर हत्या
अंकित प्रकाश जर्मनी के एक नामी शहर म्युनिक में गत सप्ताह, एक भारतीय परिवार पर हमला हुआ और दोनों को जख्मी अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जिसमें पति की मौत हो गयी और पत्नी अस्पताल में गंभीर अवस्था में हैं। प्रशांत और स्मिता लम्बे समय से म्युनिक में रहते …
Read More »ड्रग माफिया दे रहा घटिया दवा, स्वास्थ्य विभाग बता रहा जीवन रक्षक
जुबिली ब्यूरो लखनऊ। यूपी की सरकार लाख दावे करे कि उसने स्वस्थ महकमे को माफिया से मुक्त कर दिया है और जीवन रक्षक दवाओं की क्वालिटी को बेहतर किया है , मगर खबरे इस दावे पर संदेह पैदा कर रही हैं। घटिया दवाओं की सप्लाई बे खौफ जारी है और …
Read More »मोदी सरकार को कैसे देखा जाना चाहिए ?
सोनल कुमार अप्रैल और मई 2019 में भारत के लोकसभा चुनावों में 900 मिलियन लोगों के वोट देने की उम्मीद है। यह पूरे यूएसए की जनसंख्या से 3 गुना है। इसलिए स्वाभाविक रूप से, भारतीय चुनाव दिलचस्पी का विषय है और पूरी दुनिया देख रही है कि सबसे बड़ा लोकतंत्र …
Read More »शुगर बेल्ट में बीजेपी के लिए कड़वा न बन जाए गन्ना
विवेक अवस्थी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ निर्वाचन क्षेत्र में 11 अप्रैल को चुनाव होने जा रहे हैं। बीते एक हफ्ते से इस इलाके में घूमने के बाद ये साफ़ दिख रहा है कि खेतो को चरते आवारा पशुओं और बढ़ते कृषि संकट के साथ गन्ना किसानों को भी उनका बकाया …
Read More »चुनावों में भी जो दिखता है, वही बिकता है
प्रीति सिंह जितना काम पांच साल में हुआ उतना 60 साल में नहीं हुआ। काम बोलता है। हमारे सरकार में दलितों का स्थिति सुधरी है। यूपीए सरकार की देन है कि देश के हर नागरिक के हाथ में मोबाइल इंटरनेट है। ऐसे तमाम बातें देश के नेता जनता से संवाद …
Read More »कन्हैया कुमार : कामरेड या भूमिहार?
संदीप पांडेय ज्यादा दिन नहीं बीता हैं जब बिहार समेत देशभर के विपक्षी दलों के लाडले बन गए थे, जेएनयू वाले कन्हैया कुमार। चूंकि कन्हैया मूलत बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं, लिहाजा बिहार के नेताओं ने कुछ ज्यादा ही गर्मजोशी से उनके साथ रिश्ता बनाया। लालू प्रसाद, …
Read More »तू डाल-डाल, मैं पात-पात
नजरिया अली रजा समय के साथ देश में चुनावी परिदृश्य भी बदल रहा है। पहले राजनीतिक दल अपनी नीति और सिद्धांत के आधार पर चुनाव लड़ते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब राजनीतिक दल वोटरों के हिसाब से अपना एंजेडा बनाते हैं। प्रत्येक वर्ग को बांटकर उनकी कमजोरियों को …
Read More »ललित मोदी का खुलासा- IPL में बड़े स्तर पर हो रही मैच फिक्सिंग
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में देश से फरार चल रहे आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने अपनी ट्विटर एकाउंट से आईपीएल में मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया है। साथ ही ललित ने इसे शर्मनाक बताते हुए बीसीसीआई और आईसीसी को टैग किया है। is this a …
Read More »चुनाव के साइड इफेक्ट, छम्मा-छम्मा गर्ल बनी ‘ऑटोगर्ल’, बसंती ने किया ‘किसान स्टंट’
न्यूज डेस्क यूं तो जनता जानती है कि नेताओं को उनकी याद बस चुनावों के मौसम में ही आती है लेकिन इस बार तो नेता वोट मांगकर नए-नए आयाम गढ़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद और मथुरा से प्रत्याशी हेमामलिनी बाकी नेताओं से एक कदम आगे निकलते …
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