Saturday - 31 May 2025 - 6:06 AM

जुबिली डिबेट

प्रवासी पक्षियों को रास नहीं आया अयोध्या का ग्लोबलाइजेशन…

✍️ओम प्रकाश सिंह कंक्रीट के उगते जंगलों ने ईश्वर प्रदत्त प्राकृतिक वातावरण का हरण कर लिया है। उन वृक्षों को काटा जा रहा है जिनमें देवता वास करते हैं। जल स्रोत सूख रहे हैं। झील, तालाब, कुएं अब इतिहास बनते जा रहे हैं। नदियों से छेड़खानी की जा रही है। …

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में रुकावट क्यों है ?

प्रो. अशोक कुमार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी रुकावट इसके प्रशंसक है जो इस नीति की वास्तविक ज़मीनी हक़ीक़त की अनदेखी कर रहे हैं ।यह जमीनी हकीकत है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) अभी तक देश में पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई है। इसके पीछे …

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उच्च शिक्षा के लिए 2025 होगा महत्वपूर्ण वर्ष

प्रो. अशोक कुमार 2025, भारत की उच्च शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष होने की आशा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के साथ, हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर रहे हैं जहां उच्च शिक्षा अधिक समावेशी, नवीन और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी होगी। 2025 तक, हम निम्नलिखित परिवर्तनों …

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RSS के सौवे वर्ष में उल्टी गंगा : संघ से उलेमा सहमत, साधु-संत असहमत

नवेद शिकोह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष ऐसा रंग दिखा रहा है जो रंग पिछले सौ वर्षों में कभी नजर नहीं आया। पहली बार लग रहा है कि बीजेपी आंख बंद करके आर एस एस की आज्ञा मानने को शायद तैयार ना हो। खासकर यूपी में तो ऐसा ही …

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मंदिर-मस्जिद विवादों पर संघ प्रमुख का सकारात्मक दृष्टिकोण

कृष्णमोहन झा  विगत कुछ माहों के दौरान देश के कुछ हिस्सों में अचानक जो मंदिर मस्जिद विवाद उभर कर सामने आए हैं उनसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत बेहद खिन्न दिखाई दे रहे हैं। संघ प्रमुख की दृष्टि में इस तरह के विवादों को किसी भी सूरत में …

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नरेंद्र मोदी के अल-बिरूनी हैं राजदीप सरदेसाई !

राजशेखर त्रिपाठी राजदीप सरदेसाई मोदी युग का अल बिरूनी है। यूं तो अल बिरूनी अपने दौर का लियोनॉर्दो दा विंची था – ज्योमेट्री से ज्योतिष तक में हाथ आजमा रहा जीनियस। मगर महमूद गजनी ने उसे भारत में सिर्फ तारीख़ साज़ बना कर छोड़ दिया। बिरूनी को जिस ‘किताब अल …

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन में शिक्षक एवं शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका

अशोक कुमार किसी देश के विकास में शिक्षा महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। इसे समय और दुनिया के बदलते परिदृश्य की जरूरतों के अनुरूप बदलना चाहिए। यह मानवता का सामना करने वाले सामाजिक आर्थिक सांस्कृतिक नैतिक और आध्यात्मिक मुद्दों पर गंभीर रूप से प्रतिबिंबित करने का अवसर प्रदान करता …

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साइबर सुरक्षा : बढ़ते साइबर खतरों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल और तकनीक

प्रो. अशोक कुमार आज के डिजिटल युग में, साइबर सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। हर दिन नए-नए साइबर खतरे उभर रहे हैं, जो व्यक्तिगत, व्यावसायिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं। ऐसे में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ …

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सफल लोकतंत्र के लिए जरूरी हैं राजनीति में शुचिता और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया

कृष्णमोहन झा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक देश एक चुनाव ‘ के विचार को एक ऐसा राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया है जिस पर अंतहीन बहस का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों ने पक्ष विपक्ष में अपने जो अलग अलग तर्क दिए हैं उनसे हाल …

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यूजीसी के ग्रेजुएशन डिग्री के लिए समय सीमा में बदलाव: एक विस्तृत विश्लेषण !

प्रो. अशोक कुमार 2020 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जारी की, जो देश की शिक्षा प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई । यह नीति पिछले 34 सालों में भारतीय शिक्षा प्रणाली में सबसे बड़ा बदलाव लिया है। इस नीति का प्रमुख उद्देश्य शिक्षा को छात्र-केंद्रित, बहु-विषयक …

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