डा. रवीन्द्र अरजरिया देश में चुनावी जंग जारी है। सभी राजनैतिक पार्टियां अपनी निर्धारित नीतियों-रीतियों के अलावा तात्कालिक हथकण्डे आजमाने में लगीं हैं। बंगाल का चुनावी इतिहास आतंक के साये में हमेशा से ही फलता-फूलता रहा है। कभी लाल सलाम का रंग चढता रहा तो कभी दीदी की दादागिरी चलती …
Read More »जुबिली डिबेट
चुनाव परिणामों की संभावनाएं
प्रो. अशोक कुमार 2024 भारतीय आम चुनाव 19 अप्रैल 2024 से 1 जून 2024 तक, 18वीं लोकसभा के सदस्यों का चुनाव करने के लिए निर्धारित है। चुनाव के दौरान 18वीं लोकसभा के कुल 543 सदस्य चुने जाएंगे, जो सात चरणों में होंगे। चुनाव के नतीजे 4 जून 2024 को घोषित …
Read More »857 करोड़ रुपये के भारी जुर्माने के बाद भी एनटीपीसी अपने एमडीओ त्रिवेणी-सैनिक को बचाने की कोशिश क्यों कर रही है ?
विवेक अवस्थी SUB HEADLINE : त्रिवेणी-सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा परियोजना क्षेत्र के भीतर जीवन रेखा नदी के तीन किलोमीटर के हिस्से को नष्ट कर दिए जाने के चित्रात्मक साक्ष्य के साथ आरोपों के बाद जुर्माना लगाया गया। यह इन दिनों झारखंड राज्य के बड़कागांव के पकरी बरवाडीह में मैन …
Read More »आम चुनावों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के संभावित प्रभाव
प्रो. अशोक कुमार कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जेनेरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GAI) से आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) की ओर बढ़ने के साथ, निर्वाचन पर इसके संभावित प्रभाव को संबोधित करना महत्त्वपूर्ण होता जा रहा है। निर्वाचन पर इसका प्रभाव, जिसका उदाहरण भारत के आगामी चुनावों से मिलता है, जो इसके संभावित प्रभाव …
Read More »महाविद्यालयों की संबद्धता के रोचक संस्मरण : एक कुलपति की अनकही कहानी (अंतिम भाग)
प्रो. अशोक कुमार एक महाविद्यालय के निरीक्षण के बाद मैं फिर एक अन्य महाविद्यालय में गया और मैंने वहां पर काफी शांति पाई मैंने महाविद्यालय के प्रांगण में एक कर्मचारी को देखा और मैंने उस कर्मचारी से पूछा कि महाविद्यालय इस समय क्या गतिविधियां हो रही है मैंने उससे यह …
Read More »महाविद्यालयों की संबद्धता के रोचक संस्मरण: एक कुलपति की अनकही कहानी
प्रो. अशोक कुमार प्रदेश के विश्वविद्यालय में एक सबसे मुख्य विषय होता है—“विश्वविद्यालय से महाविद्यालयों की संबद्धता”। एक समय एक महाविद्यालय ने मुझे अपने महाविद्यालय में किसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया मैं विश्वविद्यालय से उस महाविद्यालय की ओर अग्रसर हुआ लेकिन कुछ दूरी जाने के …
Read More »कट्टरता की कटार से मानवता की छाती भेदने की तैयारी
डा. रवीन्द्र अरजरिया तीसरे विश्व युध्द की दस्तक होने लगी है। इजराइल का हमास के साथ हो रहे युध्द का विस्तार अब ईरान तक पहुंच गया है जिसमें दुनिया के देश दो खेमों में बटते जा रहे हैं। दुश्मन के दुश्मनों ने भी दोस्त बनकर कमर कसना शुरू कर दी …
Read More »वैश्विक संकट में डॉ अंबेडकर की धम्म की चर्चा
रिपु सूदन सिंह इस अभूतपूर्व वैश्विक संकट मे डॉ अंबेडकर की धम्म की अवधारणा पर चर्चा सामयिक प्रतीत होती है। संपूर्ण विश्व 14 अप्रैल 2020 को उनकी 133वी जयंती मनाएगा। डॉ अम्बेडकर ने 1956 में एक ऐसा कदम उठाया जो भारत के अनंत इतिहास में अनोखा है। डॉ अंबेडकर ने …
Read More »180 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है एशिया में ग्रीन हाइड्रोजन का बाजार: रिपोर्ट
सीमा जावेद एशिया की चार सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं (चीन, भारत, जापान और दक्षिण कोरिया) में कार्बन एमिशन पर लगाम लगाते हुए नेट जीरो के लक्ष्य हासिल करने के प्रयासों के चलते ग्रीन हाइड्रोजन (H2) बनाने वाली मशीनों (इलेक्ट्रोलाइज़र) की मांग तेजी से बढ़ सकती है. एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट द्वारा …
Read More »क्या चुनाव मे रोड शो पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं हैं ?
प्रो. अशोक कुमार पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य एक दूसरे से गहरे रूप से जुड़े हुए हैं। पर्यावरण में होने वाले बदलावों का सीधा प्रभाव मानव स्वास्थ्य पर पड़ता है। आज हम कई ऐसी पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर रहे हैं जो हमारे स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही …
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