Monday - 22 January 2024 - 9:22 PM

जुबिली डिबेट

आखरी उम्मीद पर आरे

शबाहत हुसैन विजेता मुम्बई की आरे कालोनी में जिस तरह से इंसानी ज़िन्दगी की आखरी उम्मीद पर आरे चलाये गए वो न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि ऐसा फैसला करने वाले को सज़ा मिलनी चाहिए। पेड़ काटने का जो रिकॉर्ड मुम्बई में बना है, उतना बड़ा रिकॉर्ड न देश में कभी …

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क्या हम समझते है दशहरा का सही अर्थ

केपी सिंह सभी को दशहरा के पुनीत पर्व की हार्दिक बधाई और शुभ कामनायें दशहरे के बाद पूरी जगमग के साथ हम लोग दीपावली का त्यौहार मनायेगें जो कि रामराज की स्थापना की तिथि मानी जाती है। रामराज यानी ऐसा राज जिसके बारे में कहा गया है कि दैहिक, दैविक, …

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राज्यों के चुनाव में ‘आंसू’ निकलवा सकती है प्याज !

कृष्णमोहन झा देश के अंदर अधिकांश राज्यों में इस समय प्याज की कीमतें आम आदमी की पहुंच के बाहर होती जा रही है। प्याज की कीमतों में आए इस उछाल ने केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकारों को भी चिंता में डाल दिया है। सबसे ज्यादा चिंता में वे …

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महाराष्‍ट्र और हरियाणा में भी अंतर्ध्यान होगी कांग्रेस?

सुरेंद्र दुबे अगर कांग्रेसी नेताओं की माने तो कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी ध्‍यान करने विदेश चले गए हैं। कोई कह रहा है बैंकॉक गए हैं तो कोई कह रहा है कंबोडिया गए हैं। किसी को भी साफ-साफ कुछ नहीं मालूम है। जिस तरह से राहुल गांधी ध्‍यान करने …

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अनियमितताओं के दावानल से निकलने के लिए करने होंगे भागीरथी प्रयास

 डा. रवीन्द्र अरजरिया राजनीति में आदर्श, सिध्दान्त और मान्यतायें बदलते देर नहीं लगती। मंच से कोसने वालों को गले लगाने में भी इन्हें कोई झिझक नहीं होती। अवसरवादिता की जीती जागती परिभाषा गढ़ने में लगे यही दल, देश की तकदीर संवारने का दावा करते हैं, जो स्वयं के हितों के …

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 राजस्थानः वैश्विक कार्बन संकट में हल तलाशता मरूस्थल

 अंकिता माथुर भारत के पश्चिमोत्तर में स्थित राजस्थान, भारत का रेगिस्तानी भू-भाग है। रेगिस्तान का विचार आते ही मस्तिष्क में उभरने लगता है जल विहीन, रेत का अथाह समुद्र जो वनस्पति रहित विषम जीवन लिए है, परन्तु राज्य की सबसे अधिक आबादी वाला ये क्षेत्र अपनी अलग जैव विविधता लिए …

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महात्मा गाँधी की स्मृति में….

 डॉ. मनीष पाण्डेय  जिस समय सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव के लिए कार्ल मार्क्स की वैचारिकी से प्रभावित होकर हिंसा और सशस्त्र विद्रोह के साये और सहारे में दुनिया के कई हिस्सों में सत्ता का नया स्वरूप उभर रहा था और साम्राज्यवाद के साथ पूंजीवाद के खेल में विश्व युद्ध …

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गांधी के आइने में आज की पत्रकारिता

केपी सिंह गांधी जी का योगदान बहुआयामी और विराट रहा है। इसलिए एक बार में उन पर समग्र चर्चा संभव नही हो पाती। गांधी जी ने लोगों में स्वाधीनता की लौ उद्दीप्त करने के लिए पत्रकारिता को भी प्रमुखता से अवलंब बनाया था। लेकिन इस पर बहुत कम विमर्श हुआ …

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NRC का अल्पसंख्यकों या धर्म विशेष से लेनादेना नहीं

राजीव ओझा उत्तर प्रदेश में एनआरसी की तर्ज़ पर व्यवस्था लागू करने की बात से ही माहौल में गर्मी आ गई है। एनआरसी आखिर है क्या? क्या इसका अल्पसंख्यक या धर्म विशेष से कोई नाता है? बिलकुल नहीं। इसके उलट यह देश के नागरिकों को अधिकार और सम्मान दिलाने की …

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युद्ध के मुकाबिल खड़ा बुद्ध

शबाहत हुसैन विजेता यूएन ने दखल नहीं दिया तो हालात और बुरे होंगे, फिर पुलवामा जैसा हमला होगा। दो परमाणु शक्ति सम्पन्न देश टकराए तो उसके नतीजे उनकी सीमाओं के परे जाएंगे। हिन्दुस्तान को यह धमकी क्रिकेटर से राजनेता बने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच …

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