सुरेंद्र दुबे कल आठ मार्च को महिला दिवस है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना ट्वीटर हैंडल कल के लिए महिलाओं को समर्पित कर रखा है। इसके पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया छोड़ देने की धमकी दी थी, जिस पर दिन भर उनकी मनुहार हुई और जैसा कि अपेक्षित था वह …
Read More »ओपिनियन
दिल्ली हिंसा की जड़ यहाँ है
राम पुनियानी सामान्यत: यह माना जाता है कि साम्प्रदायिक दंगे स्वस्फूर्त होते हैं। हमारे गृहमंत्री ने भी यही कहा है। परंतु अधिकांश मामलों में दंगे पूर्वनियोजित होते हैं और उन्हें इस प्रकार अंजाम दिया जाता है कि ऐसा लगे कि हिंसा की शुरूआत मुसलमानों ने की है। अधिकांश मामलों में …
Read More »महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक सामाजिक आंदोलन की जरूरत
रूबी सरकार स्वाधीनता के बाद महिलाओं के सशक्तिकरण की चिंता का मुद्दा सामाजिक और राजनीतिक दोनों स्तर पर उठा। महिला सशक्तिकरण की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए पिछले कुछ वर्षों के दौरान बहुत काम हुआ है। जब महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला, तो उनका महत्व और …
Read More »खाली प्लाट हमारा है………..का नारा है
केपी सिंह समाजवादी पार्टी के समय एक नारा विरोधियों ने चलाया था खाली प्लाट हमारा है, समाजवाद का नारा है। फिल इन द ब्लैंक की पहेली बुझाते हुए अगर समाजवाद हटाकर यह नारा दोहराया जाये तो शायद अब लोग मौजूदा सत्तारूढ़ पार्टी की पुलिस की ओर इशारा करते हुए इसे …
Read More »कमलनाथ सरकार के तारणहार बने दिग्विजय
कृष्णमोहन झा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर यह आरोप हमेशा लगाया जाता है कि वे शिगूफेबाजी करके चर्चा में बने रहना चाहते हैं। इन आरोपों को नकारते हुए दिग्विजय सिंह ने हमेशा दावा किया है कि वह जो कुछ भी कहते हैं, उसके पुख्ता प्रमाण …
Read More »क्या दिल्ली के दंगे भी शाहीन बाग को धमकाने में नाकाम रहे
सुरेंद्र दुबे करीब ढ़ाई महीने पहले दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरना व प्रदर्शन शुरू हुआ था। शाहीन बाग धीरे-धीरे पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध का प्रतीक बन गया और पूरे देश में लगभग 100 जगहों पर शाहीन बाग की तर्ज …
Read More »“सर्वनाश” होने तक हम सिर्फ सवाल उठाएंगे !
शाहीनबाग़ पिछले पांच दिनों से मीडिया की सुर्ख़ियों से गायब अब वहां भी ऐक्शन की सुगबुगाहट, सवाल तो उठेंगे राजीव ओझा ऐसा पहली बार नहीं हो रहा। जबतक स्थिति बेकाबू नहीं हो जाती, दर्जनों जान नहीं चली जाती और अरबों की संपत्ति नष्ट नहीं हो जाती तबतक हम एक्शन में …
Read More »सोनिया गांधी की इच्छा पूरी होना अब आसान नहीं
केपी सिंह कांग्रेस के लिए यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण दौर है। दिल्ली विधान सभा के चुनाव परिणाम में देश की मध्यमार्गीय राजनीति में एक नई शक्ति को उभार दिया है। आम आदमी पार्टी यह धारणा खत्म करने में सफल रही है कि भाजपा सरकार चलाने में तमाम विफलताओं के बावजूद …
Read More »नहीं समझी गई ये बात तो नुकसान सबका है
शबाहत हुसैन विजेता नफ़रत नफ़रत और सिर्फ़ नफ़रत। कभी देश के नाम पर, कभी भाषा के नाम पर और कभी धर्म के नाम पर। नफ़रत के सामने इंसानियत के मायने खत्म हो जाते हैं। नफ़रत के सामने आपसी रिश्ते दम तोड़ने लगते हैं। जब पहनावे से पहचान होने लगती है। …
Read More »कांग्रेस में विरोध के बावजूद ही आखिर क्यों राहुल गांधी ही बनेंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष
अनिल शर्मा कांग्रेस में पिछले काफी दिनों से राहुल गांधी के विरोध में दबे स्वर में आवाज उठती रही है कि उन्हें पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष न बनाया जाये। इस दबी आवाज को मुखर-स्वर तब मिला जब दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री स्व. शीला दीक्षित के पुत्र और कांग्रेसी नेता संदीप दीक्षित …
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