जावेद अनीस तालिबान वापस आ गये हैं, इस बार पहले से अधिक मजबूती, स्वीकार्यता और वैधता के साथ. नाइन इलेवन के ठीक पहले उनकी यह वापसी उसी अमरीका से समझौते के बाद हुयी है जिसने 2001 में उन्हें सत्ता से बेदखल किया था. तालिबान के इस जीत की मुद्रा दुनिया …
Read More »ओपिनियन
लोहिया ने मंत्री पद स्वीकार कर लिया होता तो कौन बताता कि विपक्ष भी कुछ होता है
12 अक्टूबर को डॉ राममनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर डा. सी पी राय इस देश के अनोखे नेता डॉ राममनोहर लोहिया को हम याद करते है। वहीं डॉ लोहिया जिसने उस वक्त जर्मनी से अर्थशास्त्र में पीएचडी किया जब हिटलर उभर रहा था और उनके अपने विचारों के कारण उनके …
Read More »घातक होता जा रहा है दो सम्प्रदाय में नागरिक और पांच जातियों में तंत्र का बटवारा
स्वाधीनता के पहले की व्यवस्था और सामाजिक संरचना का ढांचा तत्कालीन मापदण्डों के अनुरूप शासकों ने निर्धारित किया था। लोकतंत्र लागू होते ही भारत गणराज्य में एक नई व्यवस्था का ढांचा सामने आया। यूं तो वह ढांचा लंदन में बैठकर तैयार करवाया गया था। सो उसमें ज्यादतर व्यवस्थायें गोरी सरकार …
Read More »सलाहकार अफसर और योगी सरकार
यशोदा श्रीवास्तव यूपी में आज और कुछ माह पहले विपक्षी खासकर कांग्रेस नेताओं के साथ देखा गया सरकार का नजरिया साफ संकेत करता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके अफसरों की टीम सच से दूर रखने की साज़िश कर रही है। ऐसे अफसरों का नाम लेने की ज़रूरत नहीं …
Read More »टीएस सिंहदेव की मजबूत दावेदारी से धर्मसंकट में कांग्रेस हाईकमान
कृष्णमोहन झा आज से लगभग तीन वर्ष पूर्व संपन्न मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभाओं के चुनावों में छत्तीसगढ़ एकमात्र ऐसा राज्य था जहां कांग्रेस की प्रचंड विजय ने डेढ़ दशकों से सत्तारूढ भाजपा को स्तब्ध कर दिया था। भाजपा को डेढ़ दशकों के बाद सत्ता से बाहर दिखाने में राज्य …
Read More »पहले रायता फैलाया फिर पंगत से उठ गए सिद्धू
कृष्णमोहन झा पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की राजनीति के मैदान में भी हमेशा चौके छक्के मारने की महत्वाकांक्षा ने पूरी कांग्रेस पार्टी को मुसीबत में डाल दिया है। उनके साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि राजनीतिक पिच पर उन्हें किसी के साथ पार्टनरशिप पसंद नहीं है। कांग्रेस हाईकमान …
Read More »कांग्रेस की बाईपास सर्जरी है कन्हैया की एंट्री
नवेद शिकोह जब हर दवा बेअसर होने लगे और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा हो तब बाईपास सर्जरी का रिस्क उठाया जाता है। इसे बहादुरी भी कह सकते हैं और मजबूरी भी। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और वामपंथी युवा नेता कन्हैया कुमार को शामिल करके कांग्रेस ने अपनी विफलताओं …
Read More »विपत्ति की घड़ी में होगी क्वार्ड की अग्नि परीक्षा
विश्वमंच पर भारत हमेशा से ही चर्चित रहा है। कभी वैदिक परम्पराओं को लेकर तो कभी आधुनिक तकनीक के कारण। कभी मानवीय क्रिया-कलाप सुर्खियों में रहे तो कभी आतंकवाद के विरुध्द मुखरित प्रतिक्रियायें प्रमुखता के साथ उभरीं और अब अमेरिका में आयोजित की गई क्वार्ड बैठक पर पूरी दुनिया नजरें …
Read More »कैप्टन के बगावती सुनामी में क्या टिक पाएगी कांग्रेस
यशोदा श्रीवास्तव उम्मीद की जानी चाहिए कि पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरह एक बेहतर और सर्वमान्य मुख्यमंत्री साबित होंगे. कैप्टन के बाद तमाम नामों पर चर्चा हुई लेकिन फैसला तीन बार के विधायक , कैप्टन सरकार में मंत्री और सरकार से बाहर रहते …
Read More »छोड़ना होगी विभाजन की मानसिकता
देश में दासताकालीन मनमाने निर्णयों को लागू करने का प्रचलन अभी बंद नहीं हुआ है। तालिबानी फरमानों की तर्ज पर केन्द्र के भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों को टोल प्लाजा पर शुल्क मुक्त यात्रा की सुविधा न देने की घोषणा करते हुए आदर्शों …
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