यशोदा श्रीवास्तव सपा गठबंधन के साथ यूपी में कांग्रेस मात्र 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। यूपी के चुनावी इतिहास को देखें तो कांग्रेस की अब तक की यह सबसे कम सीट है जो उसके मनमाफिक की भी नहीं है। शोर था कि कांग्रेस कम से कम उन 22 …
Read More »ओपिनियन
समाज में विश्वविद्यालयों की लुप्त होती भूमिका
प्रो. अशोक कुमार विभिन्न शिक्षाविदो , पत्रकारों , राजनीतिक गणों , समाज के व्यक्तियों ने यह दावा किया है कि विश्वविद्यालय जो शिक्षा का मंदिर हुआ करते थे, अब वे सिर्फ डिग्री देने वाली मशीनें बन गए हैं।विश्वविद्यालयों ने समाज के प्रति अपनी जवाबदेही खो दी है और वे …
Read More »सुक्खू सरकार: बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी?
यशोदा श्रीवास्तव हिमाचल प्रदेश का खेल अभी खत्म नहीं हुआ है। सुक्खू सरकार को कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के सूझबूझ से मात्र तीन माह तक का जीवन दान भर मिला है। कहना न होगा कि 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 40 सदस्यों के होने के बावजूद वहां …
Read More »MP विधान सभा में नवाचार का नया युग
कृष्ण मोहन झा मध्यप्रदेश की 16वीं विधानसभा के अध्यक्ष की आसंदी पर निर्विरोध निर्वाचित नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन के अंदर अपने हर फैसले से यह संदेश दिया है कि राज्य विधानसभा में नये युग की शुरुआत करने के दृढ़ संकल्प के साथ ही वे अध्यक्ष की आसंदी पर आसीन हुए …
Read More »मैं आई हूं यूपी बिहार लूटने….
नवेद शिकोह एक कार्यक्रम में सौभाग्य भरे इत्तेफाक से लुप्त हो रही नौटंकी विधा का रसास्वादन हुआ। मज़ा आ गया।मैं आई हूं यूपी-बिहार लूटने .. ये गीत गाकर नाच रही नटी से नट बोला- लग रहा है लोकसभा चुनाव 2024 के मंच पर भाजपा है तू। नटी बोली- तुझे जलन …
Read More »नीतीश कुमार को बधाई की नहीं सहानुभूति की जरूरत है
कृष्ण मोहन झा बिहार में नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार के बारे में तो अब राजनीतिक विश्लेषकों को भी यह याद रखने में कठिनाई हो रही है कि अभी दो दिन पहले तक जो नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री थे वे अब …
Read More »प्राण प्रतिष्ठा से पहले RSS चीफ का ये आर्टिकल आपको पढ़ना चाहिए
जुबिली स्पेशल डेस्क लखनऊ। पूरा देश इस वक्त भगवान राम की भक्ति में खो गया है। इतना ही नहीं अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार होने वाला है और पूरे देश में इस वक्त भगवान राम की चर्चा है। लोग 22 जनवरी को श्रीरामलला के दिव्य-भव्य मंदिर में …
Read More »Abdul Ghaffar Khan की याद में : वो पठान जिसे लोग सरहदी गांधी कहते थे, PAK में रहने के बावजूद मिला भारत रत्न
मुख्तार खान बात उन दिनों की है, महात्मा गाँधी को दक्षिण अफ्रीका से लौटे अभी चंद वर्ष ही बीते थे। जल्द ही उनके द्वारा चलाये जा रहे अहिंसक, सत्यग्रह की चर्चा चारो तरफ होने लगी थी। सैकड़ों मील दूर अफगानिस्तान की सरहद पर पशतून पठान कबीले तक भी यह बात …
Read More »अयोध्या: शहर के मसले में बदल जाने की कहानी
सरोज मिश्र कहते हैं अयोध्या में राम जन्मे, वहीं खेले-कूदे, बड़े हुए, बनवास भेजे गये, लौटकर आये तो वहाँ राज भी किया। उनकी ज़िंदगी के हर पल को याद करने के लिए एक मंदिर बनाया गया। जहाँ खेले, वहाँ गुलेला मंदिर है। जहाँ पढ़ाई की, वहाँ वशिष्ठ मंदिर हैं। जहाँ …
Read More »संघर्ष को समर्पित एक राजनीतिक कबीर की फकीरी जिंदगी का नाम था लोकबन्धु राजनारायण
डा सी पी राय हमें नफरत नहीं थी अंग्रेजो की कौम औ सूरत से ,हमें नफरत थी तो उनके अंदाज हुकूमत से गर अपनों की हुकूमत अपनी खातिर हो नहीं सकती तो अपनों की भी सूरत से मोहब्बत हो नहीं सकती … लोकबन्धु राजनारायण के लिए ये चा र पंक्तियां दिशा …
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