जुबिली स्पेशल डेस्क
इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि अभी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज चल रही है लेकिन टीम इंडिया का पूरा फोकस टी-20 पर है।
दरअसल जो खिलाड़ी टी-20 फॉर्मेट खेलते हैं, उनके आईपीएल काफी अहम है ताकि वो टी-20 विश्व कप के लिए अपने आपको तैयार कर सके। इस बीच टी-20 विश्व कप में कौन-कौन खिलाड़ी होंगे शामिल, इसको लेकर कयासों का दौर जारी है। बीसीसीआई ने तय कर लिया है कि रोहित शार्मा टीम इंडिया के टी-20 कमान संभालेंगे।
वहीं विश्व कप की टीम में विराट, हार्दिक, केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव जैसे-जैसे खिलाड़ी भी टी-20 विश्व कप में लगभग अपनी जगह पक्की है। इनके अलावा रिंकू सिंह को जगह मिल सकती है।
रिंकू सिंह को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है। दरअसल धर्मशाला टेस्ट से पहले रिंकू सिंह भी नजर आये है। इतना ही नहीं इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मैकुलम के साथ तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कयास लग रहे हैं कि रिंकू सिंह टी-20 विश्व कप की टीम में शामिल हो सकते हैं।
माना जा रहा है कि धर्मशाला में उनकी मौजूदगी टी-20 विश्व कप के लिए संकेत के तौर पर देखी जा रही है। देश के जाने-माने अंग्रेजी अखबार की माने तो रिंकू सिंह को भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट से पहले फोटोशूट के लिए धर्मशाला में बुलाया है। यह इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के प्लान में उनकी जगह को लेकर संकेत है।जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में रिंकू सिंह फिनिशर की भूमिका निभाते नजर आ सकते हैं...
रिंकू सिंह को अब मैच फिनिशर के तौर पर देखा जा रहा है और उनकी तुलना अब धोनी से की जा रही है क्योंकि वो धोनी की तरह नीचे बल्लेबाजी करने उतरते हैं और मैच को भारत की तरफ मोड देते है।
रिंकू सिंह ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में अपना तूफानी खेल दिखाकर सबको हतप्रभ कर दिया है। रिंकू सिंह ने महज 9 गेंदों में 31 रन ठोक डाले। रिंकू सिंह की इस विस्फोटक पारी में 4 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। माही के संन्यास के बाद अब तक उनकी तरह खेलने वाला बल्लेबाज नहीं मिला लेकिन अब रिंकू सिंह के रूप में एक नई उम्मीद परवान चढऩे लगी है।
रिंकू सिंह पर एक नजर
12 अक्टूबर 1997 को यूपी के अलीगढ़ में जन्मे रिंकू सिंह का क्रिकेट सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है। रिंकू सिंह 5 भाई बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। उनका परिवार बेहद गरीब है। दरअसल उनके पिता गैस सिलिंडर डिलीवरी का काम करते थे। इस वजह से उनके घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी।
हालांकि इसके बावजूद रिंकू सिंह ने हार नहीं मानी थी और जूझते हुए एक बेहद शानदार क्रिकेटर की तौर पर अपनी पहचान बनायी है।
रिंकू के जीवन को बदलने में तीन लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा। उनके सभी भाई उनका साथ देते थे। इसी बीच वह दो बार अंडर-16 ट्रायल के पहले राउंड में बाहर हो गए।