जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने सबसे बड़ी करेंसी 2000 रुपये के नोट पर बड़ा उठाया था । अभी तक 2000 रुपये के नोट को लेकर कई तरह की खबरे आती रहती थी लेकिन अब सौ फीसदी सच है क्योंकि इसकी जानकारी किसी और ने नहीं बल्कि रिजर्व बैंक ने खुद दी थी।
दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोट को लेकर कहा है कि 2000 रुपये का नोट लीगल टेंडर तो रहेगा, लेकिन इसे सर्कुलेशन से बाहर कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं बैंको से भी कहा गया है कि 2000 रुपये के मूल्य के नोट को तत्काल प्रभाव से जारी करना बंद कर दिया जाए। 30 सितंबर 2023 तक 2000 रुपये के नोटों को बैंक में जमा कराया जा सकता है।
रिजर्व बैंक अनुसार, 23 मई 2023 से किसी भी बैंक में एक समय में 2000 रुपये के नोटों को अन्य मूल्यवर्ग के नोटों से बदले जा सकते हैं। नोट बदलने की सीमा 20,000 रुपये है। आरबीआई के इस कदम से लोगों को एक बार फिर 2016 में हुई नोटबंदी की याद ताजा करा दी है।
अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सालाना रिपोर्ट में 500 रुपये के नोटों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट की मानें तो 500 के नकली नोट की तादाद में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
2022-23 में 500 रुपये के करीब 91 हजार 110 नकली नोट पकड़े गए थे, जो 2021-22 के मुकाबले 14.6 फीसदी ज्यादा है। 2020-21 में 500 रुपये के 39,453 नकली नोट पकड़े गए थे, जबकि 2021-22 में 76 हजार 669 के नकली नोट पकड़े गए थे। RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2 लाख 25 हजार 769 रही, जबकि पिछले साल 2 लाख 30 हजार 971 के नकली नोट मिले थे।
500 और दो हजार रुपये के नोटों के अलावा 100, 50, 20, 10 रुपये के भी नकली नोट पकड़े गए हैं. RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2 लाख 25 हजार 769 रही, जबकि पिछले साल 2 लाख 30 हजार 971 के नकली नोट मिले थे।
बता दें कि बाजार से 2000 के नोट अचानक से गायब हो गए थे तब सरकार ने इस पर कोई ठोस जानकारी नहीं दी थी और चुप्पी साध ली थी। लोगों का कहना था कि एटीएम से भी 2000 रुपये नोट नहीं निकल रहे हैं। इस संबंध में सरकार ने संसद में भी जानकारी दी थी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20, वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2021-22 में 2000 रुपये के एक भी नोट नहीं छापे गए हैं। इस वजह से बाजार में 2000 रुपये के नोटों का सर्कुलेशन कम हुआ है। सरकार के इस नये कदम से लोगों को एक बार फिर परेशानी उठानी पड़ सकती है।