न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए आज मतदान शुरु होने से पहले पश्चिम बंगाल से पहले ही हैरान करने वाली खबर आ रही है। बंगाल के झारग्राम में बीजेपी के बूथ कार्यकर्ता मृत मिला है। मृतक का नाम रोमन सिंह बताया जा रहा है। इसके अलावा एक टीएमसी का शव मिला है। साथ टीएमसी के दो कार्यकर्ताओं को गोली लगने की भी खबर आ रही है।
बता दें लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण के लिए आज मतदान हो रहा है। पश्चिम बंगाल की भी आठ सीटों पर आज वोटिंग है, लेकिन वोटिंग के साथ साथ बंगाल में हिंसा भी अपने चरम पर है। यहां मिदनापुर में दो टीएमसी कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई। इसके बाद उन्हें तमलुक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बेल्दा में भी टीएमसी कार्यालय पर भी कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया है। टीएमसी का आरोप है की यह हमला बीजेपी ने करवाया है।
पश्चिम बंगाल की घाटल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अफसर (आईपीएस) भारती घोष रविवार सुबह अपने साथ दुर्व्यवहार को बयां करते हुए रो पड़ीं। उन्होंने रोते हुए आरोप लगाया कि मैं अपने लोकसभा क्षेत्र घाटल के एक मतदान केंद्र गई थी, जहां तृणमूल कांग्रेस की कुछ महिला समर्थकों ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और धक्का-मुक्की करने लगीं।
इसके अलावा आज झारग्राम में भी वोट डाले जाने हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि रामेन सिंह की हत्या की गई है, इसको लेकर बीजेपी ने टीएमसी के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार बताया है। वहीँ शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का कहना है कि रामेन सिंह पहले से ही बीमार था और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
वहीं झारग्राम जिले के चुनसोले गांव में गांववालों ने देर रात को बीजेपी कार्यकर्ता का शव बरामद किया था। बीजेपी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ता की पीट-पीट कर हत्या की गई है।
आपको बता दें कि इससे पहले हुए लोकसभा चुनाव के हर चरण में बंगाल से हिंसा की खबरें आई हैं। फिर चाहे वह कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो या फिर पोलिंग बूथ पर ही देसी बम से हमला किया जाना हो। लेकिन हर बार वोटिंग का प्रतिशत भी ज्यादा ही रहा है।
दरअसल, बीजेपी इस बार बंगाल में पूरे दमखम से चुनाव लड़ रही है। यहां सीधे तौर पर लड़ाई बीजेपी और टीएमसी के बीच है। दोनों एक दूसरे के ऊपर आरोप लगा रहे है बीजेपी आरोप लगा रही है कि टीएमसी लोकतंत्र का गला घोंट रही है, तो वहीं टीएमसी की आरोप है कि बीजेपी सांप्रदायिक माहौल को खराब कर राज्य में राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है।