Saturday - 6 January 2024 - 10:31 AM

एलियंस हैं या नहीं, जानें नासा ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा

जुबिली न्यूज डेस्क

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा  ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है. सैकड़ों यूएफ़ओ देखे जाने की जांच कर रही एजेंसी नासा को इस घटना के पीछे एलियंस का हाथ होने का कोई सुबूत नहीं मिला है. हालांकि इसने इस संभावना से इनकार भी नहीं किया है. अगर ये सच भी हो तो भी नासा की जांच रिपोर्ट में ऐसा कोई सुबूत नहीं दिया गया है, जिसके आधार पर कोई निर्णायक नतीजा निकाला जा सके.

हालांकि नासा यूएपी यानी अनआइडेंटिफ़ाइड एनोमेलस फ़ेनोमेना (यूएपी) की जांच करेगी. नासा प्रशासक बिल नेल्सन ने बताया कि स्पेस एजेंसी न सिर्फ संभावित यूएपी से जुड़ी घटनाओं की जांच में पहल करेगी बल्कि वो डेटा शेयर करने में ज़्यादा पारदर्शिता से काम लेगी.

एलियंस होने की कितनी संभावना?

रिपोर्ट के आखिरी पेज में कहा गया है कि ‘निष्कर्ष निकालने का कोई कारण नहीं’ कि देखे गए सैकड़ों यूएपी, जिनकी जांच नासा ने की है, इनके पीछे कोई अन्य शक्ति है.हालांकि इतना ज़रूर है कि “ये चीजें हमारी सौर प्रणाली से गुजर तक यहां तक आई होंगी.”

वैसे इस रिपोर्ट में ये नहीं कहा गया है कि दूसरे ग्रह में जीवन है. लेकिन रिपोर्ट में इस बात से भी इनकार नहीं किया गया है कि पृथ्वी के वायुमंडल में कोई संभावित अज्ञात एलियन टेक्नोलॉजी काम नहीं कर रही है.

नासा साइंस मिशन निदेशालय की सहायक प्रशासिका निकोला फॉक्स ने कहा, ”यूएपी हमारे ग्रह के सबसे बड़े रहस्य हैं. लेकिन ऐसा हाई क्वालिटी डेटा की कमी की वजह से है.”फॉक्स ने कहा कि यूएपी देखे जाने की तमाम घटनाओं को बावजूद ‘इतना डेटा नहीं है कि उस आधार पर यूएपी की प्रकृति और उद्भव के बारे में कोई वैज्ञानिक निष्कर्ष निकाला जा सके.

ये भी पढ़ें-अमेरिका में पहली बार राष्ट्रपति के बेटे पर FIR दर्ज, कई गंभीर आरोप

यूएपी रिसर्च का नया डायरेक्टर नियुक्त

फॉक्स ने कहा कि नासा ने यूएपी रिसर्च का नया डायरेक्टर नियुक्त किया है ताकि भविष्य के लिए एक मजबूत डेटाबेस की बुनियाद रखी जा सके.वैज्ञानिक डेटा जुटाने और उसके विश्लेषण की प्रक्रिया के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंसी और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करेंगे. खुद को यूएफ़ओ एक्सपर्ट कहने वाले जेमी मॉसन को एक संसदीय हियरिंग में बुलाया गया था.

वहां उन्होंने दो गैर इंसानी एलियन अवशेष प्रस्तुत किये. उन्होंने दावा किया कि ये 2017 में पेरू के कुस्को में पाए गए थे और रेडियोकार्बन टेस्टिंग के मुताबिक ये 1,800 साल पुराने थे.लेकिन इन नमूनों को वैज्ञानिक हलकों में काफी संदेह की नजर से देखा गया.मॉसन ने खुद भी दूसरे ग्रहों पर जीवन होने के दावे किए थे लेकिन उन्हें खारिज कर दिया गया था.

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com