Tuesday - 23 January 2024 - 5:22 PM

आखिर क्यों डीएम ने खुद पर ठोका 5 हजार रुपए का जुर्माना

न्यूज डेस्क

प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने की कवायद लंबे समय से चल रही है। प्लास्टिक, पर्यावरण के लिए खतरा बन चुकी है। इसकी गंभीरता को देखते हुए देश के कई राज्यों में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। महाराष्ट्र  भी उन्हीं राज्यों में शामिल है।

महाराष्ट्र के बीड में प्लास्टिक को लेकर एक मामला सामने आया है। बीड के कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडे ने खुद पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। यह जुमार्ना उन्होंने कलेक्टर ऑफिस में प्लास्टिक कप का इस्तेमाल होने पर लगाया है।

दरअसल बीड जिला प्रशासन ने सात अक्टूबर को कलेक्टर ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी, जिसमें विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी के आखिरी दिन उन उम्मीदवारों के नाम वापस हुए, उनके नाम घोषित होने थे।

इस दौरान पत्रकारों को प्लास्टिक के कप में चाय दी गई जिस पर एक पत्रकार का ध्यान गया तो उसने कलेक्टर के सामने इस मुद्दे को उठाया। पत्रकार के सवाल करने पर कलेक्टर ने गलती मानी और अपने ऊपर जुर्माना लगाने का फैसला किया।

कलेक्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कलेक्टर ऑफिस में ही प्लास्टिक बैन के उल्लंघन पर अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। पिछले आठ दिनों में कलेक्टर ऑफिस में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर जुर्माने का यह दूसरा मामला है।

इससे पहले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने आया एक उम्मीदवार एक प्लास्टिक बैग में अपनी जमानत राशि रखकर लाया था। जब अधिकारियों ने इसे नोटिस किया तो उस पर 5 हजार रुपये का बैन लगा दिया गया।

डीएम आस्तिक कुमार इससे पहले जब अकोला के कलेक्टर थे तब भी चर्चा में आए थे। अकोला में पीडब्ल्यूडी के दफ्तर में दौरे के दौरान वह दीवार पर पान और गुटखे की पीक देखकर हैरान रह गए थे। इसके बाद आस्तिक खुद ही झुककर उसे साफ करने लगे थे। उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 2018 में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू किया गया था। तब से लेकर अब बीएमसी ने 2,072 मामलों में कार्रवाई की है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, जून 2018 से सितंबर 2019 के बीच प्रतिबंधित प्लास्टिक के रूप में 16,449 किलो प्लास्टिक जब्त की गई, इस दौरान 1.03 करोड़ रुपये जुर्माने भी संबंधित लोगों से वसूले गए। एक साल से अधिक समय पहले हुई प्लास्टिक बंदी के बावजूद बाजार में अभी भी इसकी आपूर्ति जारी है।

यह भी पढ़ें : भागवत पर क्यों भड़के ओवैसी और दिग्विजय

यह भी पढ़ें :  संगठन मजबूत करने के लिए क्या कर रही हैं प्रियंका

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com