जुबिली न्यूज डेस्क
टेक्नोलॉजी सेक्टर में छंटनी की लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। दुनिया की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एक बार फिर 9,100 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह छंटनी कंपनी के वैश्विक वर्कफोर्स का लगभग 4% हिस्सा है। इसकी सूचना सबसे पहले सिएटल टाइम्स ने बुधवार को दी थी।
इस बार माइक्रोसॉफ्ट के गेमिंग डिवीजन को खासा नुकसान पहुंचा है, जो पहले से ही कई बड़े प्रोजेक्ट्स और स्टूडियोज में कटौती झेल रहा था। हालांकि कंपनी ने रॉयटर्स को यह पुष्टि की कि छंटनी गेमिंग यूनिट में भी हुई है, लेकिन उसने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितनी टीमें और कौन-कौन से प्रोजेक्ट इससे प्रभावित हुए हैं।
किंग डिवीजन में 200 नौकरियां खत्म
एक अलग रिपोर्ट में ब्लूमबर्ग न्यूज ने खुलासा किया कि माइक्रोसॉफ्ट की किंग डिवीजन — जो पॉपुलर वीडियो गेम ‘कैंडी क्रश’ बनाती है और जिसका ऑफिस स्पेन के बार्सिलोना में स्थित है — वहां से करीब 10% कर्मचारी, यानी लगभग 200 नौकरियों की कटौती की गई है।
टेक कंपनियों में छंटनी की नई लहर
माइक्रोसॉफ्ट की यह छंटनी अकेली नहीं है। अन्य टेक दिग्गज कंपनियां भी कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती कर रही हैं:
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Meta (Facebook की मूल कंपनी) ने इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि वह अपने “सबसे कम प्रदर्शन करने वाले” कर्मचारियों में से लगभग 5% की छंटनी करेगी।
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Google (Alphabet) ने भी पिछले साल अपने विभिन्न विभागों में सैकड़ों कर्मचारियों को हटाया था।
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Amazon ने भी अपने पुस्तक विभाग, डिवाइस और सेवा यूनिट, और कम्युनिकेशन टीमों में बड़ी संख्या में छंटनियाँ की हैं।
छंटनी के पीछे की वजहें
इन छंटनियों के पीछे दो प्रमुख कारण सामने आ रहे हैं:
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में निवेश:
माइक्रोसॉफ्ट, Google और Meta जैसी कंपनियाँ अब AI को अपने भविष्य का केंद्र बिंदु मान रही हैं। इसके लिए वे पारंपरिक विभागों से लागत घटाकर नए तकनीकी क्षेत्रों में भारी निवेश कर रही हैं। -
आर्थिक अनिश्चितता और लागत प्रबंधन:
अमेरिका समेत दुनिया के कई हिस्सों में आर्थिक स्थिति अस्थिर है। महंगाई, ब्याज दरें और ऑपरेशनल कॉस्ट बढ़ने के कारण कंपनियां अपने संसाधनों का पुनर्गठन कर रही हैं ताकि भविष्य में लागत के दबाव से बचा जा सके।
कर्मचारी सबसे अधिक प्रभावित
माइक्रोसॉफ्ट ने इस छंटनी में जिन 9,100 कर्मचारियों को हटाया है, उनमें से अधिकांश मिडिल मैनेजमेंट, सेल्स, कस्टमर सपोर्ट और गेमिंग यूनिट से जुड़े हैं। हालांकि कंपनी ने आश्वासन दिया है कि उन्हें सीवरेन्स पैकेज, स्वास्थ्य सेवाएं और नई नौकरियों की खोज में मदद दी जाएगी।
उद्योग जगत में चिंता
टेक सेक्टर में इस तरह की बार-बार की छंटनियों ने कर्मचारियों के मन में भविष्य को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। जहां एक ओर कंपनियां AI और ऑटोमेशन को लेकर नई संभावनाओं में निवेश कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर हजारों लोगों की नौकरियां अनिश्चितता में हैं।
माइक्रोसॉफ्ट की 9,100 कर्मचारियों की छंटनी ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि टेक्नोलॉजी सेक्टर में स्थायित्व अब अतीत की बात हो गई है। जहां एक ओर AI, क्लाउड और ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में निवेश के कारण कंपनियां भविष्य की तैयारी कर रही हैं, वहीं इसका खामियाज़ा वर्कफोर्स को भुगतना पड़ रहा है। और यह लहर सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट तक सीमित नहीं — Meta, Google और Amazon जैसी बड़ी कंपनियां भी इसी रास्ते पर हैं।
अगर यही रफ्तार रही, तो आने वाले महीनों में और भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। टेक इंडस्ट्री एक बार फिर पुनर्गठन के दौर से गुजर रही है — जहां तकनीक आगे बढ़ रही है, लेकिन इंसान पीछे छूट रहे हैं।