जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली/ कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की कुर्सी खतरे में है? अक्टूबर 2025 में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। इन कयासों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को स्थिति साफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बदलने का कोई भी निर्णय पार्टी हाईकमान ही करेगा।
खरगे का साफ संदेश: “बेवजह भ्रम ना फैलाएं”
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खरगे ने कहा:“यह पूरी तरह से पार्टी हाईकमान के हाथ में है। कोई भी यह दावा नहीं कर सकता कि हाईकमान क्या सोच रहा है। किसी को अनावश्यक रूप से अफवाहें फैलाकर समस्या नहीं खड़ी करनी चाहिए।”
इस बयान को सिद्धारमैया की कुर्सी को राहत की तरह भी देखा जा रहा है, लेकिन सियासी गलियारों में हलचल अभी थमी नहीं है।
क्या अक्टूबर में बदलेगा कर्नाटक का मुख्यमंत्री?
पिछले कुछ दिनों से खबरें सामने आ रही थीं कि कांग्रेस नेतृत्व कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन पर विचार कर रहा है और अक्टूबर में सिद्धारमैया की जगह किसी नए चेहरे को मौका मिल सकता है। हालांकि, खरगे के बयान ने फिलहाल इन अटकलों पर ब्रेक लगाने की कोशिश की है।
RSS नेता दत्तात्रेय होसबाले पर भी हमला
इसी प्रेस वार्ता के दौरान खरगे ने RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबाले पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा:“होसबाले मनुस्मृति की सोच रखने वाले व्यक्ति हैं। वो नहीं चाहते कि गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के लोग आगे बढ़ें। उन्हें संविधान के मूल सिद्धांत जैसे समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और समानता से आपत्ति है।”
खरगे ने यह भी पूछा,“अगर संघ को सच में हिंदुत्व की चिंता है, तो अब तक छुआछूत क्यों नहीं खत्म किया गया? संविधान के किसी भी अनुच्छेद से छेड़छाड़ की गई तो कांग्रेस उसका पूरी ताकत से विरोध करेगी।”
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RSS और कांग्रेस विवाद
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दत्तात्रेय होसबाले और मनुस्मृति विवाद
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने यह साफ कर दिया है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री को लेकर अंतिम फैसला केवल पार्टी नेतृत्व करेगा। वहीं संघ पर उनके तीखे बयान ने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। आने वाले दिनों में क्या सिद्धारमैया बने रहेंगे या बदलाव होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।